National News : विरोधी महंगाई और बेरोजगारी को लेकर मोदी जी पर लाख तरह से आक्रमण करें, मोदी जी दिल से बहुत कृपालु हैं और वह रह-रह कर देश की गरीब जनता पर अपनी कृपा बरसाते रहते हैं। उनके अमीर दोस्तों की बात छोड़िए भाई। अभी-अभी ताजा जानकारी मिल रही है कि केंद्र सरकार ने देश की गरीब आबादी को बड़ी राहत देते हुए मुफ्त राशन देने की स्कीम को 3 महीने और बढ़ाने का फैसला लिया है। यह स्कीम 30 सितंबर को समाप्त होने वाली थी। इससे पहले सरकार ने स्कीम को तीन महीने यानी इस साल के अंत तक के लिए बढ़ाने का फैसला ले लिया है। 28 सितंबर को को पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग (Cabinet meeting) में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा केंद्रीय कर्मचारियों को भी सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में भी 4 फीसदी का इजाफा कर दिया गया है।
खजाने पर पड़ेगा 45 हजार करोड़ का बोझ
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, तीन महीने तक मुफ्त राशन की स्कीम को आगे बढ़ाने से खजाने पर 45,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। सरकारी सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार ने अपने पास जमा खाद्यान्न के स्टॉक की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया है। फिलहाल सरकार के पास बड़े पैमाने पर खाद्यान्न उपलब्ध है। इससे पहले चर्चाएं थीं कि शायद मुफ्त राशन की स्कीम को अब बंद कर दिया जाएगा, लेकिन इस फैसले को राजनीतिक लिहाज से भी देखा जा रहा है।
हिमाचल और गुजरात में होने हैं चुनाव
आपको बता दें कि अगले तीन महीनों में गुजरात और हिमाचल में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में स्कीम को तीन महीने के लिए बढ़ाने के फैसले को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है। कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से इस स्कीम का ऐलान किया गया था। इसके तहत हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो मुफ्त राशन दिया जाता है।