National News, Politics: भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ संयुक्त विपक्ष की राजनीति को आकार देने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद लगे हुए हैं। इस क्रम में पहले से निर्धारित 25 सितंबर को CM नीतीश कुमार और RJD चीफ लालू यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। मुलाकात के बाद नीतीश ने कहा कि हम देश में कई दलों को एकजुट करना चाहते हैं। सोनिया गांधी ने 17 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद फिर से मिलने के लिए कहा है।
RJD प्रमुख लालू ने जो कहा
लालू ने कहा कि हमें बीजेपी को हटाना है और देश को बचाना है। जिस तरह से हमने बिहार में BJP को हटाया था, उसी तरह से हम सभी को एक साथ आना होगा।
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि नीतीश जी पहले ही कह चुके हैं। हमें बीजेपी को हटाना है और देश को बचाना है इसलिए हमें साथ आना है। बता दें कि लालू-नीतीश की सोनिया से मुलाकात 7 साल बाद हुई है। अगस्त 2015 में पटना के गांधी मैदान में JDU, RJD और कांग्रेस महागठबंधन ने स्वाभिमान रैली में आयोजित की थी, जिसमें तीनों नेता एक मंच पर दिखे थे।
17 नेताओं को आना था, पहुंचे 5
सोनिया गांधी से नीतीश और लालू की मुलाकात के पहले 25 सितंबर को ही देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 109 वीं जयंती पर हरियाणा के फतेहाबाद में ‘सम्मान दिवस रैली’ हुई। रैली के लिए इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला ने नीतीश कुमार सहित 10 राज्यों के 17 नेताओं को निमंत्रण दिया था, लेकिन मंच पर 5 बड़े नेता ही दिखे। इनमें नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, NCP चीफ शरद पवार, SAD नेता सुखबीर सिंह बादल और CPI(M) महासचिव सीताराम येचुरी शामिल थे।