आईएनएस ‘विक्रांत’ की तरह यह युद्धपोत भी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में बनेगा सरकार से आईएसी-2 की मंजूरी मिलने के बाद केरल में रोजगार के अवसर पैदा होंगे
National news, National update, Indian Navy, Bharat government : नौसेना ने अपने दूसरे स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएसी-2 की ‘मेगा डील’ को मंजूरी देने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत ‘विक्रांत’ नौसेना में शामिल किये जाने के बाद से ही नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ‘मेक इन इंडिया’ के तहत इस दूसरे विमानवाहक पोत की जरूरत बता रहे थे। इस विशाल युद्धपोत का निर्माण कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) में किया जायेगा। इससे केरल में रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे। इस एयरक्राफ्ट करियर को बनाने में 40000 करोड रुपए का खर्च आएगा। इसके निर्माण के बाद हम चीन के बराबर हो जाएंगे।
रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे
इधर, नौसेना द्वारा भेजा गया प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय को प्राप्त हो चुका है। इस दूसरे स्वदेशी विमानवाहक पोत को ‘आईएसी-2’ के नाम से जाना जायेगा। रक्षा मंत्रालय में जल्द ही रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ कार्यक्रम के तहत नौसेना के इस प्रस्ताव पर चर्चा होने की उम्मीद है। सरकार से आईएसी- 2 की मंजूरी मिलने के बाद यह कार्यक्रम केरल में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के माध्यम से कई हजार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार पैदा करेगा। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने गत वर्ष 02 सितम्बर को भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत ‘विक्रांत’ राष्ट्र को सौंपा था, जिसे अब समुद्री जंग के लिहाज से तैयार किया जा रहा है।
26 नए राफेल लड़ाकू विमान खरीदने पर विचार
हमारी नौसेना को आईएनएस विक्रांत के लिए 26 नए राफेल लड़ाकू विमान की जरूरत है। इसकी खरीदारी के लिए नौसेना विचार विमर्श कर रही है। हाल ही में भारतीय नौसेना का मिग-29के फाइटर जेट पहली बार रात में आईएनएस विक्रांत पर उतरा, जो साल के अंत तक युद्धपोत के अपने एयर विंग के साथ पूरी तरह से चालू होने की दिशा में एक अहम कदम है।