Cyclone viperjoy, Weather News and Analysis, weather report : चक्रवात बिपारजॉय एक बार फिर कमजोर होकर फिर से अति प्रचंड चक्रवात के रूप में बदल गया है 13 जून को 0530 घंटे IST पर, यह पूर्वी मध्य व इससे सटे पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर था। अक्षांश 20.6 डिग्री उत्तर और देशांतर 67 डिग्री पूर्व। कुल मिलाकर यह पोरबंदर से 300 किमी दक्षिण-पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 290 किमी दक्षिण-पश्चिम में, जखाऊ बंदरगाह से 340 किमी दक्षिण-पश्चिम में, नलिया से 350 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और कराची से 480 किमी दक्षिण में। पूर्वानुमान के मुताबिक यह तूफान बहुत जल्द ही भारत और पाकिस्तान के समुद्री तट से टकरा सकता है। स्काईमेट की रिपोर्ट के अनुसार एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और निचले स्तरों पर इसके बदलते क्षेत्रों पर बना हुआ है। एक ट्रफ पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे सटे बिहार पर चक्रवाती परिसंचरण से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है।
सौराष्ट्र और कच्छ तट के लिए रेड अलर्ट जारी, इन तटों से 15 जून तक टकरायेगा ‘बिपरजोय’
चक्रवाती तूफान “बिपरजोय” तेजी से आगे बढ़ते हुए सौराष्ट्र और कच्छ के तटों से 15 जून तक टकराने की आशंका है। इसको देखते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने तटीय क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चक्रवाती तूफान बिपरजोय की स्थिति पर जानकारी देते हुए मौसम विभाग ने बताया कि तूफान 5 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर दिशा में आगे बढ़ रहा है और 14 जून के बाद दिशा बदलेगा। 125-135 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाला बहुत ही गम्भीर चक्रवाती तूफान 15 जून तक सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के तट से टकराने की सम्भावना है। इसके चलते सौराष्ट्र, कच्छ में 14-15 जून को भारी बारिश होने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि तूफान बिपरजोय के मद्देनजर 14 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट और सभी जिलों के लिए 15 जून के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने तटीय क्षेत्रों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने जाने की अपील की है।
120 से 140 किलोमीटर की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
अगले 24 घंटों के दौरान, गुजरात तट पर समुद्र की स्थिति खराब से बहुत खराब बनी रहेगी। 12 से 15 जून के बीच गुजरात तट पर आंधी-तूफान वाली हवाएं चल सकती हैं। हवा की गति 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 120 और 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। गुजरात के दक्षिणी तट पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी से बहुत भारी बारिश संभव है। पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। झारखंड, विदर्भ, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश का ऐसा रहा मिजाज
पिछले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण गुजरात, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पूर्वोत्तर बिहार और तटीय ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उप-हिमालय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश हुई। गुजरात, छत्तीसगढ़, आंतरिक ओडिशा, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और झारखंड, विदर्भ, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और लक्षद्वीप के 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश हुई। छत्तीसगढ़, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू चली।
सरकार अलर्ट, एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात
संभावित तूफान के खतरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि संवेदनशील स्थानों में रहनेवाले लोगों को निकालने के लिए हर संभव उपाय करें। स्थिति से निपटने की तैयारी के साथ आवश्यक सेवाओं का रख-रखाव सुनिश्चित करें। बता दें कि इस चक्रवात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही केंद्र सरकार और गुजरात सरकार के मंत्रालयों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए थे। इस तूफान को लेकर केंद्र सरकार के विभाग और गुजरात सरकार के विभाग अलर्ट मोड में है।
गुजरात के तटीय इलाकों में होगी भारी वर्षा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के 15 जून की दोपहर तक मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के पास सौराष्ट्र और कच्छ के पास पहुंचेगा। इस दौरान वह तबाही मचा सकता है। यहां पहुंचने पर ‘बिपारजॉय’तूफान की गति 125-135 किमी प्रति घंटे होने का अनुमान है। इस तूफान के कारण गुजरात के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की सम्भावना है। इसका असर कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में सबसे ज्यादा होगा। 14-15 जून को गुजरात के पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की उम्मीद है।