– 

Bengali
 – 
bn

English
 – 
en

Gujarati
 – 
gu

Hindi
 – 
hi

Kannada
 – 
kn

Malayalam
 – 
ml

Marathi
 – 
mr

Punjabi
 – 
pa

Tamil
 – 
ta

Telugu
 – 
te

Urdu
 – 
ur

होम

वीडियो

वेब स्टोरी

नवीन पटनायक के सहयोगी वीके पांडियन ने ओड़िशा चुनाव में हार के बाद छोड़ी राजनीति

1da9893f 6f49 4389 aba9 1c5a71968dc2

Share this:

Naveen Patnaik’s aide VK Pandian left politics after defeat in Odisha elections, Odisha news, BK Pandian, bhuneshwar news, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : ओड़िशा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडियन ने रविवार को सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा की। हाल में सम्पन्न लोकसभा एवं विधानसभा के चुनावों में बीजू जनता दल (बीजद) को ओड़िशा में मिली करारी हार के बाद आज एक वीडियो संदेश में उन्होंने इसकी घोषणा की। एक दिन पहले पटनायक ने कहा था कि पांडियन उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी नहीं हैं।

पांडियन ने कहा कि वे राजनीति में केवल अपने संरक्षक नवीन पटनायक को सहयोग देने आये थे। उनका इसके अलावा कोई मकसद नहीं था। उन्होंने न ही चुनाव न लड़ा और न ही बीजद में कोई पद लिया, लेकिन कुछ कथानक ऐसे गढ़े गये, जिनका हम सामना नहीं कर पाये। इसके कारण बीजद परिवार को नुकसान उठाना पड़ा। वह इसके लिए जनता और बीजद परिवार से माफी मांगते हैं। उनके पास लोगों का प्रेम ही सबसे बड़ी सम्पत्ति है।

ओड़िशा में हाल में हुए चुनावों में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। इसका प्रमुख कारण पांडियन का नवीन पटनायक का राजनीतिक विरासत सम्भालना माना जा रहा है। 2000 बैच के आईएएस अधिकारी पांडियन ने दो दशक से अधिक समय तक पटनायक के निजी सचिव रहे। 2023 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद वह बीजद में शामिल हो गये।

पटनायक अपने पिता की मृत्यु के बाद राजनीति में आये थे। पहले वह केन्द्र में मंत्री रहे और फिर राज्य में मुख्यमंत्री। वह लगातार 25 सालों तक ओड़िशा के मुख्यमंत्री रहे।

Share this:




Related Updates


Latest Updates