Mumbai (मुंबई) के कॉर्डिलिया क्रूज ड्रग्स मामले में 27 मई को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) मैं बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्लीन चिट दे दी है। खास बात यह है कि बीते साल अक्टूबर से शुरू हुए इस केस ने महाराष्ट्र समेत देशभर में उथल-पुथल मचा दी थी। सवाल यह भी उठ रहा है कि अब उस समय के इस मामले की जांच करने वाले अधिकारी समीर वानखेडे का क्या होगा। NCB से लेकर सियासी दल, राजनेता और समीर वानखेड़े जैसे अधिकारी भी जांच के घेरे में नजर आए।
इस मामले में अन्य 19 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था
भाषा के अनुसार, मामले में आर्यन खान के अलावा 19 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। दो को छोड़कर सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। एनसीबी ने एक बयान में कहा ‘गुप्त सूचना के आधार पर एनसीबी-मुंबई ने 2 अक्टूबर, 2021 को विक्रांत, इश्मीत, अरबाज, आर्यन और गोमित को इंटरनेशनल पोर्ट टर्मिनल, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट पर जबकि नूपुर, मोहक और मुनम को कॉर्डेलिया क्रूज पर पकड़ा था। आर्यन और मोहक को छोड़कर सभी आरोपियों के पास से मादक पदार्थ मिले थे।
शर्तों पर मुंबई हाई कोर्ट ने दी थी जमाना
गौरतलब है कि इस मामले में लंबी सुनवाई के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने आर्यन खान, मर्चेंट और धामेचा को शर्तों के साथ जमानत दी थी।
नवंबर तक मामले की जांच एनसीबी मुंबई जोन कर रहा था। उस दौरान समीर वानखेड़े जोनल हेड थे। नवंबर में NCB के दिल्ली मुख्यालय में उप महासचिव संजय सिंह की अगुवाई में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने जांच शुरू की।
शाहजहां पन्नों की चार्जशीट में आर्यन को क्लीन चिट
मामले के मुख्य गवाह रहे प्रभाकर सेल की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। प्रभाकर ने ही दावा किया था कि शाहरुख खान के बेटे को गिरफ्तार करने में NCB के भीतर पैसों का लेनदेन है। उन्होंने दावा किया था कि वह NCB के गवाह केपी गोसावी का बॉडीगार्ड था। साथ ही यह आरोप लगाए थे कि गोसावी ने खान के गिरफ्तार होने के बाद 25 करोड़ रुपये की डील पर चर्चा की थी। मई 2022 में एनसीबी की तरफ से 6 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई और खान को क्लीन चिट मिल गई।