Latest Hindi national news : दुनिया कब कौन रंग दिखा जाए, आप कह नहीं सकते। जाने-अनजाने में हम कभी ऐसी गलती कर बैठते हैं, जिसका पछतावा आपको ताउम्र होता है। आप न जी पाते हैं न मर पाते हैं। अब आप सोचिए एक साथ जिस परिवार के तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया हो, वह भी एक-दो दिन के अंतराल पर, उनका दर्द किस हद तक रहा होगा। शामली के गांव पंजीठ से एक ऐसे ही दिल दहलाने वाला मामला आया है। यहां एक मां की छोटी सी गलती ने तीन बच्चों की जान ले ली। बच्चे तो नहीं रहे और मां मानो, काटो तो खून नहीं।
भूलवश पिला दी चूहा मारने की दवा
दरअसल, दिल्ली में रहकर फर्नीचर बनाने का काम करने वाले मुर्स्लीम की पत्नी सलमा ने हाल ही में चूहा मारने की दवा खरीदी थी। लेकिन, उसे इसका भान नहीं रहा और उसने इसे दवा मान उसे अपने पांच में से तीन बच्चों को पिला दिया। इन बच्चों में आठ वर्षीय पुत्र साद, चार वर्षीय पुत्री मिस्बाह और डेढ़ वर्षीय मनताशा थी, जिसकी जान चली गई।
हिरासत में सलमा ने पुलिस को बताया
बहरहाल पुलिस ने सलमा को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि दवा समझकर उसने अपने कलेजे के टुकड़ों की जिंदगी लील ली, इसका मलाल उसे ताउम्र रहेगा। उसने बताया बच्चों को दवा के रूप में जहर देने के कुछ ही समय बाद साद को उल्टियां हुई और उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन आनन-फानन में कैराना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए भागे। इससे पहले कि वे वहां पहुंच पाते, रास्ते में ही अन्य दोनों बच्चे भी काल कवलित हो गए।