आश्चर्य किंतु सत्य है कि दिल्ली के एक व्यापारी ने अपनी कंपनी का पार्टनर सबके अराध्य भगवान श्री बांकेबिहारी को बनाया है। उन्होंने ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर समिति के खाते में ढाई करोड़ चेक भेजते हुए अपना नाम गुप्त रखने की अपील मंदिर प्रबंधन से की भी की है। यहां बता दें कि बांकेबिहारी के अनगिनत ऐसे भक्त हैं, जो हर महीने नियमित रूप से ठाकुरजी की शरण में पहुंचकर उनका आशीर्वाद लेते हैं, तो बहुत से भक्त समय-समय पर मंदिर में दीवार और दरवाजे पर सोने-चांदी की परत चढ़वाकर अपनी भावना व्यक्त करते हैं।
कंपनी को जो लाभ होता है, उसका तय हिस्सा भगवान को समर्पित करते हैं
भक्त भी भगवान की कृपा पाकर खुद को कृतार्थ समझते हैं। दिल्ली के ऐसे ही एक कारोबारी हैं, जिनकी पांच फर्म अलग-अलग संचालित हो रही हैं। कारोबारी ने इन सभी फर्मों में कुछ अंश का पार्टनर जन जन के आराध्य ठाकुर बांकेबिहारी को बनाया है। वित्तीय वर्ष के अंत में कंपनियों को जो लाभ होता है, उसका तय फीसद ठाकुर जी के हिस्से में आता है। वह उन्हें अर्पित जरूर करता है। इस साल एक अप्रैल को एक कारोबारी ने अपनी सभी फर्मों के लाभ का अंश जो ठाकुरजी के हिस्से का था, मंगलवार को ढाई करोड़ रुपये ठा. बांकेबिहारी मंदिर ट्रस्ट में चेक के जरिए जमा कराया है। मंदिर प्रबंधन ने बताया कि कारोबारी ने अपना नाम गुप्त रखने की अपील की है। इसलिए प्रबंधन कारोबारी का नाम नहीं उजागर कर रहा है।