पहली बार केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को हाइड्रोजन आधारित फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल (एफसीईवी) से संसद भवन पहुंचे। गडकरी ने ‘ग्रीन हाइड्रोजन’ से चलने वाली कार का प्रदर्शन करते हुए देश में हाइड्रोजन आधारित व्यवस्था का समर्थन करने के लिए हाइड्रोजन, एफसीईवी प्रौद्योगिकी और इसके लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर बल दिया।
भारत में ग्रीन हाइड्रोजन का निर्माण होगा
नितिन गडकरी ने आश्वासन दिया कि भारत में ग्रीन हाइड्रोजन का निर्माण किया जाएगा, देश में स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करने वाले ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन भरने वाले स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही हरित हाइड्रोजन निर्यातक देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में स्वच्छ और अत्याधुनिक गतिशीलता के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप, हमारी सरकार, ‘राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन’ के माध्यम से हरित और स्वच्छ ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
टोयोटा मिराई ने गत सप्ताह लांच की थी यह कार
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले सप्ताह दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक विकसित ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक वाहन (एफसीईवी) टोयोटा मिराई को लांच किया था।सरकार का कहना है कि हाइड्रोजन द्वारा संचालित फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल सबसे अच्छे शून्य कार्बन उत्सर्जन समाधानों में से एक है। यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है जिसमें पानी के अलावा कोई अन्य पदार्थ उत्सर्जित नहीं होता। अक्षय ऊर्जा और प्रचुर मात्रा में उपलब्ध बायोमास से ग्रीन हाइड्रोजन उत्पन्न की जा सकती है।