बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह की टीएमसी में वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने सोमवार को कहा है कि ऐसे झटके भाजपा पहले भी झेलती रही है। न्यू टाउन के इको पार्क में दिलीप घोष से जब अर्जुन सिंह के भाजपा छोड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा में लोगों का आना और जाना लगा रहता है।
कई लोग निजी स्वार्थ के लिए पार्टी में आते हैं और जब स्वार्थ पूरा नहीं होता तो पार्टी छोड़ देते हैं
उन्होंने कहा कि कई लोग पार्टी में व्यक्तिगत स्वार्थ पूर्ति के लिए आए थे। उन्हें पता चल गया है कि उनका निजी स्वार्थ पूरा नहीं होगा इसलिए लौट रहे हैं। कोई भी पार्टी जब सत्ता में रहती है तो उसके करीब सारे लोग रहना चाहते हैं। सत्ता के खिलाफ रहना बहुत मुश्किल है और टिके रहना ही बड़ी चुनौती होती है। उनसे यह भी पूछा गया कि अर्जुन सिंह को तृणमूल में जाने से पहले भाजपा सांसद के तौर पर इस्तीफा देना चाहिए था या नहीं? इस पर दिलीप घोष ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत फैसला होगा। नैतिकता तो यही कहती है कि अगर आपने पार्टी छोड़ दी, पार्टी का चिह्न छोड़ दिया तो पद भी छोड़ देना चाहिए।
भाजपा कुछ नहीं करती तो विपक्ष में कैसे हैं
अर्जुन सिंह की टीएमसी में वापसी पर अफसोस जाहिर करते हुए दिलीप ने कहा कि जिन्हें पार्टी फ्रंट फुट पर ला रही है,वहीं चले जा रहे हैं। तृणमूल में वापसी के बाद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया था कि भाजपा कुछ नहीं करती। इस पर दिलीप घोष ने कहा कि अर्जुन सिंह जब भाजपा में आए तो उनके खिलाफ सौ से अधिक मामले दर्ज हुए, 60 से अधिक कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया। अगर भाजपा कुछ नहीं करती तो उन्हें इतना कुछ सहना नहीं पड़ता। हम विपक्षी पार्टी नहीं होते।