RAJASTHAN NEWS : भले ही हम अपने आप को 21वी सदी का मनुष्य कहें, लेकिन हमारी सोच अभी भी 19वीं और 20वीं सदी वाली है। आज भी देश के कई हिस्सों में महिलाओं क़ो कुंवारापन जांच के नाम पर तरह- तरह से प्रताड़ित किया जाता है। ऐसा ही मामला राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के बागोर थाना क्षेत्र से आया है। यहां वर्जिनिटी टेस्ट के नाम पर दुल्हन से जुर्म किया गया। जानकारी के अनुसार पति के सामने नई नवेली दुल्हन सुहागरात के दिन अपनी वर्जिनिटी साबित नहीं कर पाई। इसे प्रति बेहद आक्रोशित हो गया। उसने यह बात सबसे पहले अपनी मां को बताई तो वह भी गुस्से से लाल हो गई। इसके बाद दोनों ने मिलकर दुल्हन के साथ मारपीट की। इतने सभी मन नहीं भरा तो दूल्हे और दूल्हे की मां ने इस मामले को पंचायत में रख दिया। पंचायत ने कुकड़ी प्रथा के तहत युवती के घरवालों पर 10 लाख रुपए का जुर्माना ठोक दिया। अब पैसे नहीं देने पर युवती के ससुराल वाले उस पर जुल्म और अत्याचार कर रहे हैं।
शादी के पहले दुल्हन का हुआ था रेप
बताते चलें कि भीलवाड़ा निवासी 24 साल की युवती की शादी 11 मई 2022 को हुई थी। कुकड़ी प्रथा के तहत उसका वर्जिनिटी टेस्ट कराया गया। इसमें वह फेल साबित हुई। लड़की से पूछताछ के बाद यह मालूम हुआ कि शादी होने से कुछ माह पहले लड़की के साथ उसके पड़ोस के युवक ने रेप किया था। इस मामले को लड़की वालों ने अपनी पंचायत में 18 मई 2022 को रखा था। पंचायत से संतोषजनक फैसला ना मिलने पर सुभाष नगर थाने में भी लड़की के परिजनों ने केस दर्ज करवाया था।
जानें क्या है कुकड़ी प्रथा
कुकड़ी प्रथा के तहत शादी की पहली रात को लड़के के कमरे में सफेद चादर बिछाई जाती है। लड़की की तलाशी ली जाती है कि उसके पास पिन या नेलपॉलिस तो नहीं है। अगर संबंध बनाने के दौरान चादर पर खून लग गया तो लड़की को वर्जिन माना जाता है। अगर नहीं लगता है तो उसे पंचायत और ससुराल वालों की ओर से कड़ी से कड़ी सजा दी जाती है।