New Delhi news : लोकसभा में सोमवार को विपक्ष ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 में कथित अनियमितता का मुद्दा उठाया। राहुल गांधी ने भारतीय परीक्षा प्रणाली को धोखाधड़ी बताया, वहीं केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने पूरी शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने को गलत ठहराया। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि पूरे देश के सामने यह स्पष्ट है कि सिर्फ नीट में ही नहीं, बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं में हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गम्भीर समस्या है। उन्होंने कहा कि मंत्री (धर्मेन्द्र प्रधान) ने खुद को छोड़ कर सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि वह यहां जो कुछ हो रहा है, उसके मूल सिद्धांतों को भी समझते हैं।
भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखाधड़ी
उन्होंने कहा कि मुद्दा यह है कि देश में लाखों छात्र हैं, जो इस बात से बेहद चिंतित हैं कि क्या हो रहा है। उनका मानना है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखाधड़ी है। लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं और यही भावना विपक्ष की भी है। नीट परीक्षा मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार पेपर लीक का रिकॉर्ड बनायेगी। कुछ केन्द्र ऐसे हैं जहां 2,000 से अधिक छात्र पास हुए हैं। जब तक यह मंत्री (शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान) हैं, छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा।
गत सात सालों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्ष के सवालों के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पिछले सात सालों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है। यह (नीट) मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि एनटीए के बाद 240 से अधिक परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गयी हैं। प्रधान ने कहा कि विपक्ष के नेता का यह कहना कि देश की परीक्षा प्रणाली बकवास है। मैं इसकी कठोर शब्दों में निंदा करता हूं।
जवाब मिलने तक नीट का मुद्दा उठाते रहेंगे : राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नीट के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री कुछ नहीं बोल रहे हैं। शिक्षा मंत्री को नीट के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नीट के मुद्दे पर जवाब मिलने तक वह मुद्दा उठाते रहेंगे। राहुल गांधी सोमवार को सत्र के बाद लोकसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कहीं। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि शिक्षा मंत्री ने सदन में सुप्रीम कोर्ट और प्रधानमंत्री की बात की, लेकिन वह यह नहीं बता पा रहे हैं कि वह नीट के मुद्दे पर क्या कर रहे हैं। राहुल गांधी ने आगे कहा कि देश के युवाओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हम चाहते हैं कि सरकार इस पर चर्चा करे, लेकिन वह तैयार नहीं हैं। हम यह मुद्दा उठाते रहेंगे और सरकार पर दबाव बनाते रहेंगे।