देश में चल रहे मंदिर- मस्जिद विवाद के बीच हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने विवादित बयान देकर इस मामलों को और भड़का दिया है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट कर इतिहास और मुगल काल को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि चलो मान लेते हैं भारत के मुसलमानों का मुगलों से कोई रिश्ता नहीं था। लेकिन यह तो कोई बताए कि मुगल बादशाह हो की पत्नियां कौन थीं। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
संघी ब्रिटिश एजेंट के रूप में काम कर रहे थे
इससे पूर्व में ओवैसी ने असम के मुख्यमंत्री सरमा के मदरसे को लेकर दिए गए बयान पर भी कड़ी आपत्ति जताई थी। ओवैसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर बिस्वा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि असम में 18 लोग मारे गए हैं और साथ लाख बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अभद्र टिप्पणियों में व्यस्त हैं। उन्होंने आगे कहा, जब संघ के लोग ब्रिटिश एजेंट के रूप में काम कर रहे थे, तब भारत में मदरसे स्वतंत्रता आंदोलन में सबसे आगे थे। उन्होंने कहा कि इस्लाम के अलावा देश के कई मदरसे विज्ञान, गणित और सामाजिक अध्ययन पढ़ाते हैं।
राजा राम मोहन राय मदरसे में क्यों पढ़ते थे
आरएसएस पर हमला बोलते हुए सांसद ओवैसी ने कहा, शाखाओं से अलग मदरसे स्वाभिमान और सहानुभूति सिखाते हैं, पर यह बात अनपढ़ संघी नहीं समझेंगे। उन्होंने सवाल किया कि हिंदू समाज सुधारक राजा राम मोहन राय मदरसे में क्यों पढ़ते थे? मुस्लिम वंश पर ध्यान देना आपकी हीन भावना को दर्शाता है। मुसलमानों ने भारत को समृद्ध बनाया है और आगे भी वे ऐसा करते रहेंगे।