Prime Minister (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने नए वित्तीय वर्ष के पहले दिन 1 अप्रैल को ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान देश के बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि स्टूडेंट्स परीक्षा को पर्व के रूप में मनाएं। उन्होंने कहा कि किनारे पर आकर डूबने का डर मन से निकाल दें, परीक्षा जीवन का एक सहज हिस्सा है। परीक्षा को लेकर विद्यार्थी के मन में डर की वजह और उसके केंद्र में अभिभावक की चाहत पर पीएम ने बड़े सधे अंदाज में यह समझाया कि हर अभिभावक को यदि उसका अपना सपना पूरा नहीं हो सका है, तो उसके लिए अपने बच्चे पर दबाव नहीं डालना चाहिए पीएम की इस बात को बच्चों ने गहराई से महसूस किया और इसे बड़ी प्रेरणा के लिए अपने जीवन में उतारने के संदेश के रूप में ग्रहण किया। झारखंड की राजधानी रांची के सुरेंद्रनाथ सेंटेनरी स्कूल की दसवीं की छात्रा सर्जना चंदेल ने पीएम की इस बात में निहित संदेश को अपने जीवन के करियर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से पूरे देश के बच्चों के साथ पीएम ने किया संवाद
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पीएम मोदी ने बच्चों से कहा कि यह मेरा पसंदीदा कार्यक्रम है, लेकिन कोविड के कारण मैं आपसे नहीं मिल सका। इससे मुझे विशेष खुशी मिलती है,क्योंकि मैं आपसे लंबे समय बाद मिल रहा हूं। उन्होंने कहा कि कौन तनाव में है? आप या आपके माता-पिता? यहां और भी लोग हैं जिनके माता-पिता तनाव में हैं। अगर हम परीक्षा को एक त्योहार बनाते हैं तो यह जीवंत महसूस होगा और खुशियां देगा। एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का देश के हर वर्ग ने तहे दिल से स्वागत किया है।
किनारे पर डूबने से न डरें
गुजरात के वडोदरा के केनी पटेल ने पूछा कि उचित रिवीजन के साथ-साथ कोई भी पाठ्यक्रम कैसे पूरा किया जा सकता है और उचित नींद भी ले सकती है। पीएम ने इसका जवाब देते हुए कहा कि तुम क्यों डर रहे हो? यह पहली बार नहीं है जब आप परीक्षा दे रहे हैं। अब आप अंतिम मील तक पहुंच रहे हैं। आपने पूरा सागर पार कर लिया है, आप किनारे पर डूबने से क्यों डरते हैं।
4 साल से हो रहा कार्यक्रम का आयोजन
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा पिछले चार वर्षों से परीक्षा पे चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के पहले तीन चरण दिल्ली में एक इंटरैक्टिव टाउन-हॉल प्रारूप में आयोजित किए गए थे। चौथा संस्करण पिछले साल 7 अप्रैल को ऑनलाइन आयोजित किया गया था।