Politics : संसद का मानसून सत्र विपक्ष के हंगामे और सत्ता पक्ष के अड़ियल रवैया के कारण लगभग बाधित चल रहा है। लोकसभा के चार और राज्यसभा के 20 सांसदों को अनुशासनहीनता के कारण निलंबित कर दिया गया है। अपडेट जानकारी यह सामने आ रही है कि इस बीच दक्षिण के स्थानीय दल एक मंच पर आने की तैयारी कर रहे हैं। तेलंगाना के सीएम और टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव, डीएमके, AAP, जेडीएस और दक्षिण भारत के कांग्रेसी सांसदों से संपर्क कर रहे हैं। विपक्ष के 50 से ज्यादा सांसद 17वीं लोकसभा तक पूरे सत्र के लिए खुद के निलंबन का आग्रह लोकसभा के स्पीकर और राज्यसभा के सभापति से कर सकते हैं।
सत्ता पक्ष पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप
दोनों सदनों के निलंबित सांसदों में डीएमके, टीआरएस, लेफ्ट, आप, कांग्रेस और टीएमसी के नेता भी शामिल हैं। टीआरएस सांसद रविचंद्र बड्डीराजू ने बताया कि जिस तरह से मोदी सरकार विपक्ष की आवाज को कुचल कर लोकतंत्र की हत्या कर रही है। उसके विरोध में दक्षिण भारत के ज्यादातर विपक्षी दलों के सांसद स्पीकर और सभापति से यह आग्रह करने का विचार कर रहे हैं कि उन्हें 17वीं लोकसभा तक के लिए ही सस्पेंड कर दिया जाए।’
विपक्ष नहीं बनेगा कठपुतली
डीएमके के नेता कह रहे हैं कि सरकार सदन में विपक्ष को कठपुतली की तरह रखना चाहती है। हम यह नहीं होने देंगे। हर सत्र में हमें सस्पेंड किया जाए, इससे बेहतर है कि पूरे सत्र के लिए ही सस्पेंड कर दें या फिर पूरा विपक्ष ही एक साथ 17वीं लोकसभा से इस्तीफा दे दे।