Gujarat (गुजरात) के पाटीदार नेता और गुजरात प्रदेश कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का ‘छोटा सिपाही’ बनकर भाजपा की शरण में बैठ गए। अब उन पर शायद कोई केस नहीं होगा। जो होगा, वह तुरंत खत्म हो जाएगा। भाजपा की यह जानी-पहचानी राजनीति है। उसकी शरण में आते ही किसी भी नेता अथवा किसी भी व्यक्ति के पूर्व के सारे पाप कर्म पुण्य कर्म में परिवर्तित होकर खिलने लगते हैं और मुस्कुराने भी लगते हैं।
गांधीनगर में ली सदस्यता
गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 2 जून को भाजपा मुख्यालय में हार्दिक पटेल को प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। इस दौरान पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल समेत कई और सीनियर नेता मौजूद थे। भाजपा में शामिल होने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा कि वह अब राष्ट्रहित और प्रदेश हित के साथ अपने राजनीतिक सफर की नई शुरुआत करेंगे। हार्दिक पटेल के साथ पाटीदार आंदोलन में उनके साथी रहे कई और नेता भी भाजपा में शामिल हो गए।
शामिल होने के पहले किया पूजा-पाठ
भाजपा में शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल ने घर पर पूजा-पाठ किया। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए एक नई शुरुआत होगी। आज सुबह ही उन्होंने ट्वीट किया था, ‘राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूंगा।’ हार्दिक पटेल तीन सालों तक कांग्रेस में रहे थे, लेकिन खुद की उपेक्षा किए जाने और युवाओं को आगे न बढ़ाने का आरोप लगाते हुए 18 मई को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।