Ban on Petrol : भारत में पेट्रोल डीजल की खपत महंगा होने के बाद भी कम नहीं हो रही है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से महंगाई चरम पर है और आम आदमी की जेब खाली हो रही है। ऐसे में अगर तेल की कीमत में थोड़ी भी कमी आ जाती है तो आम आदमी को बड़ी राहत मिल जाती है। इस स्थिति के बीच केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 7 जुलाई को बड़ा दावा करते हुए कहा है कि भारत में अगले 5 सालों में पेट्रोल खत्म हो जाएगा और ऐसे में इस पर बैन लगाया जा सकता है।
किस वजह से मंत्री ने ऐसा कहा
नितिन गडकरी अकोला में डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के 36 वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे और यहां नितिन गडकरी को कृषि विश्वविद्यालय द्वारा ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भगत सिंह कोश्यारी ने की। यहां नितिन गडकरी ने कहा कि विदर्भ में बने बायो-एथेनॉल का इस्तेमाल वाहनों में किया जा रहा है। ग्रीन हाइड्रोजन को कुएं के पानी से बनाया जा सकता है और 70 रुपये प्रति किलो में बेचा जा सकता है।
आने वाले 5 साल में पेट्रोल खत्म हो जाएगा। ऐसे में कोई भी किसान केवल गेहूं, चावल, मक्का लगाकर अपना भविष्य नहीं बदल सकता। गडकरी ने कहा कि किसानों को केवल खाद्य प्रदाता नहीं, बल्कि ऊर्जा प्रदाता भी बनना होगा। गडकरी ने कहा कि इथेनॉल पर एक फैसले से देश को 20,000 करोड़ रुपये की बचत हो रही है। आनेवाले कुछ ही सालों में 2-व्हीलर और 4- व्हीलर हाइड्रोजन, इथेनॉल और CNG से चलने लगेंगे।