Prime Minister (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी अपने साल के पहले विदेश दौरे के लिए 01 मई की रात को दिल्ली से रवाना हो गए। पीएम मोदी 2 से 4 मई की अपनी इस यात्रा में तीन यूरोपीय देश जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस जाएंगे। सबसे पहले वे जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात कर बर्लिन में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। इसके बाद 3 मई को इंडो-नॉर्डिक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे फिर डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में भी भारतीयों को संबोधित करेंगे। सबसे आखिर में पीएम मोदी पेरिस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे।
आज जर्मनी की राजधानी पहुंचेंगे
PMO से जारी प्रेस रिलीज में पीएम की इस विजिट के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले 2 मई को जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचेंगे। यहां पर वो जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ छठे भारत-जर्मनी इंटर-गवर्नमेंटल कंसल्टेशन (IGC) में शामिल होंगे।
राउंडटेबल मीटिंग में होगा संबोधन
पीएम मोदी के हवाले से कहा गया है कि 2021 में भारत-जर्मनी डिप्लोमैटिक रिश्तों को 70 साल पूरे हो गए हैं, साथ ही हम साल 2000 से ही स्ट्रैटेजिक पार्टनर भी हैं। मैं चांसलर स्कोल्ज के साथ रणनीतिक, क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर चर्चा करूंगा। जर्मन चांसलर और मैं हमारे उद्योग सहयोग के लिए एक बिजनेस राउंडटेबल मीटिंग को भी संबोधित करेंगे। यूरोप महाद्वीप भारतीय मूल के 10 लाख से ज्यादा लोगों का घर है। इनकी एक बड़ी संख्या जर्मनी में रहती है। पीएम मोदी यहां भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे।
डेनमार्क में नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में शिरकत
इसके बाद पीएम मोदी 3 मई को डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुंचेंगे। यहां पर वो 3 और 4 मई को प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन के साथ एक बाइलेटरल कार्यक्रम और दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इसके साथ ही आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे। शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी चार और नॉर्डिक देश के नेताओं से मिलेंगे।नॉर्डिक रीजन में डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे और स्वीडन शामिल हैं।
मैक्रों को मिलकर जीत की बधाई देंगे
वापसी के दौरान पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे और दोबारा चुनाव जीतने की बधाई देंगे। इसके साथ ही इंडो-फ्रांस स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के अगले चरण के बारे में चर्चा करेंगे। पीएम का कहना है कि, मेरी यूरोप यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यह क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। मैं अपनी इस यात्रा के जरिए यूरोपीय पार्टनर के साथ सहयोग की भावना को और मजबूत करने का इरादा रखता हूं।