Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news, Ahmedabad news, Gujarat news, PM Modi : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में लोकसभा के चुनाव प्रचार की शुरुआत गुजरात स्थापना दिवस के दिन 01 मई से करेंगे। माेदी राज्य की 14 सीटों को कवर करने के लिए 01 और 02 मई को डीसा, हिम्मतनगर, आणंद, वढवाण, जूनागढ़ और जामनगर में सभाएं करेंगे।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी 01 मई को उत्तर गुजरात के डीसा और हिम्मतनगर में और अगले दिन 02 मई को मध्य गुजरात के आणंद, सौराष्ट्र के वढवाण, जामनगर और जूनागढ़ में सभाओं को सम्बोधित करेंगे। प्रधानमंत्री 01 मई को उत्तर गुजरात की बनासकांठा व पाटण के उम्मीदवारों के समर्थन में दिन के 3.30 बजे डीसा के हवाईअड्डा ग्राउंड पर एक सभा को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद नरेन्द्र मोदी हिम्मतनगर में शाम 5.15 बजे साबरकांठा, मेहसाणा और अहमदाबाद पूर्व के उम्मीदवारों के समर्थन में सभा करेंगे। अगले दिन 02 मई को प्रधानमंत्री मोदी की पहली सभा सुबह 11 बजे आणंद के शास्त्री ग्राउंड पर होगी। इस सभा में दो लोकसभा सीट आणंद और खेड़ा को फोकस किया जाएगा। दूसरी सभा दिन के 01 बजे वढवाण में होगी। इस सभा के जरिये तीन लोकसभा सीट सुरेन्द्रनगर, राजकोट और भावनगर को कवर किया जायेगा। इसी दिन तीसरी सभा जूनागढ़ में दिन के 3.15 बजे होगी। इसमें जूनागढ़, पोरबंदर और अमरेली सीट के उम्मीदवारों के लिए प्रधानमंत्री वोट मांगेंगे। 02 मई को मोदी की चौथी सभा शाम 05 बजे जामनगर में होगी। इस सभा में दो लोकसभा सीट जामनगर और पोरबंदर के उम्मीदवारों के लिए प्रधानमंत्री समर्थन मांगेंगे।
लाेकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के चार, आम आदमी पार्टी का एक और निर्दलीय एक विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इससे भाजपा का मनोबल ऊंचा है। हालांकि राजकोट सीट से भाजपा उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला के क्षत्रिय समाज के विरुद्ध टिप्पणी से कुछ सीटों पर थोड़ी रस्साकशी है। भाजपा ने इन सभी क्षत्रिय बाहुल्य सीटों को प्रधानमंत्री की सभा के साथ जोड़ा है, ताकि उनका प्रभाव खत्म हो जाये। भाजपा के लिए सबसे अधिक प्लस प्वॉइंट है कि जिला परिषद, तहसील, नगरपालिका और महानगर पालिका में लगभग भाजपा की सत्ता है। भरुच और भावनगर सीट इंडी गठबंधन में आम आदमी पार्टी को मिली है। भाजपा के लिए आणंद, राजकोट, बनासकांठा, वलसाड, सुरेन्द्रनगर, जामनगर सीट पर क्षत्रिय समाज की ओर से थोड़ी-बहुत चुनौती मिल रही है। भाजपा ने इसे ही देखते हुए नरेन्द्र मोदी की सभाओं का रणनीति के तहत पासा फेंका है।