Karnataka Update News, Bengaluru, Congress Government Will Delete Hedgewar From Syllabus : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में भाजपा की बुरी शिकस्त और कांग्रेस की बंपर मेजॉरिटी का असर पुरानी यानी भाजपा के जमाने की नीतियां बदलने की नीयत में झलकने लगी है। यह अपडेट खबर मीडिया में आ रही है कि कर्नाटक में स्कूलों के सिलेबस से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के फाउंडर केशव बलिराम हेडगेवार से जुड़े पाठ को हटा दिया जाएगा। राज्य के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा है कि छात्रों के हित में इस साल ही स्कूली किताबों में संशोधन किया जाएगा। इस पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह कदम ध्यान खींचने का कांग्रेस का हथकंडा है परिवार का ना हिस्सा होने वाले लोगों के नाम हटाने के लिए इतिहास को फिर से लिखने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है।
हिंदूवादी संगठनों को भूमि और संपत्तियां
सिद्धारमैया सरकार ने खुले तौर पर स्पष्ट कर दिया है कि उसने आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार, बीजेपी के प्रतिष्ठित व्यक्ति वीर सावरकर पर लिखे गए ग्रंथों और दक्षिणपंथी लेखकों के ग्रंथों को हटाने के लिए पाठ्यपुस्तक संशोधन अभ्यास शुरू कर दिया है। आरोप लगाया गया है कि बीजेपी सरकार ने कर्नाटक में अपने कार्यकाल के दौरान हिंदुत्ववादी संगठनों को भूमि और संपत्तियां भी प्रदान की हैं।
आरएसएस और उसके अन्य संगठनों को दी गई जमीन की होगी समीक्षा
इतना ही नहीं यह बात भी सामने आ रही है कि भाजपा शासन के समय RSS को दी गई जमीन की समीक्षा की जाएगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा है कि कर्नाटक सरकार आर एस एस और उससे जुड़े संगठनों को आवंटित की गई सैकड़ों एकड़ जमीन की समीक्षा करेगी। भाजपा सरकार द्वारा जारी कुछ टेंडर को रद्द कर दिया गया है जबकि अन्य पर विचार किया जाएगा। दिनेश गुंडू राव ने कहा, हमें उन सभी चीजों पर फिर से विचार करना होगा, यह सत्यापित करना होगा कि क्या वे कानूनी रूप से किए गए थे और उचित प्रक्रिया का पालन किया गया था और अब क्या किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में सरकारी संपत्ति उन संस्थानों और संगठनों को दी गई हैं, जो आरएसएस और संघ परिवार से जुड़े हुए हैं।