BSP यानी बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने 27 मार्च को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। मायावती ने कहा कि आरएसएस के लोगों ने हमारे लोगों के बीच प्रचार करवाया कि बीसएपी की सरकार नहीं बनने पर बहनजी को राष्ट्रपति बना दिया जाएगा। मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हेंडल से एक प्रेस रिलीज जारी किया है। दो पेज के प्रेस रिलीज में मायावती ने कहा कि देश की राष्ट्रपति बनना तो दूर की बात है, वो इस बारे में सपने में भी नहीं सोच सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस और बीजेपी के नेताओं को यह मालूम है कि कांशीराम जी ने भी इनका ये प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था, फिर मैं तो उनके पदचिह्नों पर चलने वाली उनकी शिष्या हूं। बता दें कि इसी साल जुलाई में वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल पूरा होना है और इसी माह नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है।
बसपा के वोट बैंक में की सेंधमारी
गौरतलब है कि हाल ही में यूपी में विधानसभा चुनावों में मायावती और उनकी पार्टी बीएसपी साइलेंट मोड़ में नजर आए। चुनाव प्रचार देखकर लगा ही नहीं कि मायावती भी चुनाव जीतने की कोशिश कर रही हैं। यही वजह रही कि मायावती के परंपरागत वोट बैंक मानी जाने वाली जातियों के वोट भी उनसे खिसक कर बंट गए। बीजेपी ने बसपा के वोट बैंक में अच्छी सेंधमारी की और अब उसे अपनी तरफ मिलाए रखने की कोशिश भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में योगी कैबिनेट में अनुसूचित जाति से 8 मंत्रियों को शामिल किया गया है।