Sri Lanka (श्रीलंका) के आर्थिक हालात ने वहां इमरजेंसी लागू करवा दी। सियासी तरीके से देखा जाए तो वहां अस्थिरता जैसी स्थिति है। श्रीलंका के आर्थिक हालात पर भारत में भी खूब चर्चा हो रही है। इस बीच इसमें भारत के वास्तविक आर्थिक हालात पर चर्चा ने भी कदम बढ़ा दिया है। 4 अप्रैल को ममता बनर्जी ने इस विषय पर गंभीरता और चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की थी। 5 अप्रैल को शिवसेना नेता संजय रावत ने उनकी आवाज में आवाज मिलाते हुए उसी बात को आगे बढ़ाया है।
भारत भी उसी राह पर
भारत के आर्थिक संकट पर अब शिवसेना नेता संजय राउत ने चेताया है कि भारत के हाल भी पड़ोसी से ज्यादा बुरे हो सकते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘श्रीलंका के हालात काफी चिंतानजक हैं। भारत भी उसी राह पर है। हमें इसे संभालना होगा नहीं तो हमारी स्थिति श्रीलंका से भी ज्यादा खराब हो जाएगी। ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक बुलाने का आह्वान किया है।’
क्या कहा था ममता बनर्जी ने
गौरतलब है कि 4 अप्रैल को ममता बनर्जी ने कहा था, ‘भारत के आर्थिक हलात काफी खराब हैं। श्रीलंका में लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। आर्थिक हालात खराब हैं। भारत की आर्थिक स्थिति बदतर है।’ उन्होंने कहा था, ‘मेरा मानना है कि केंद्र को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल और जबरन लोकतंत्र को नियंत्रित करने के बजाय समाधान खोजना चाहिए कि इस संकट से कैसे पार होंगे।’