तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पहली बार मेघालय में हिंदुओं को अल्पसंख्यक होने का दर्जा देने की आवाज उठाई है। राज्यसभा में 1 अप्रैल को टीएमसी सदस्य शांता छेत्री ने यह मांग की। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान उठाई गई अपनी इस मांग के समर्थन में उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में दाखिल उस हलफनामे का हवाला दिया, जिसमें केंद्र सरकार ने कहा है कि राज्य आबादी के आधार पर हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा भी दे सकते हैं।
गृहमंत्री अमित शाह से किया आग्रह
छेत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय में कहा है कि यदि किसी राज्य में हिंदू बहुसंख्यक नहीं हैं तो वहां की राज्य सरकार उनको अल्पसंख्यक घोषित कर सकती है। किसी राज्य विशेष में हिंदू अल्पसंख्यक है तो वह संविधान में मिले अल्पसंख्यकों के अधिकारों के तहत अपनी पसंद के शिक्षण संस्थान खोल सकते हैं।
उन्होंने कहा, ”मैं गृह मंत्री से आग्रह करती हूं कि संविधान के अनुच्छेद 29 और 30 के तहत एक अधिसूचना के जरिये हिंदुओं का अल्पसंख्यक दर्जा देने के लिए मेघालय सरकार को निर्देशित करें।”