देश में जल्द ही जनसंख्या नियंत्रण कानून के आने की चर्चा तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने 31 मई को कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए जल्द ही कानून लाया जाएगा। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने जनसंख्या नियंत्रण पर एक कानून के बारे में पूछे जाने पर यह बात कही। उन्होंने कहा, “जल्द ही इसे लाया जाएगा, चिंता मत करो। जब इस तरह के मजबूत और बड़े फैसले लिए गए हैं, तो बाकी भी लिए जाएंगे।” आपको बता दें कि वह बड़ौंदा में गरीब कल्याण सम्मेलन में भाग लेने के लिए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे थे।
दिलचस्प है यह दावा
पटेल का दावा दिलचस्प है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में संसद में कहा था कि सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण हासिल करने के लिए जागरूकता और स्वास्थ्य अभियानों का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया था और कानून की कोई आवश्यकता नहीं है। मंडाविया ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, “यह इंगित करता है कि जनसंख्या नियंत्रण पर सरकार की नीतियां बल प्रयोग के बिना हैं। इसे अनिवार्य बनाकर और जागरूकता के माध्यम से काम कर रहे हैं।” विपक्षी दलों के कई सांसदों ने भी विधेयक का विरोध किया था। हालांकि, सांसदों सहित भाजपा नेता समय-समय पर जनसंख्या को विनियमित करने के लिए एक कानून पर जोर देते रहे हैं। जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पर बहस छिड़ी हुई है। जानकारी के अनुसार, आजादी के बाद से अब तक 35 से अधिक बार दो बच्चों की नीति संसद में पेश की जा चुकी है, लेकिन कानून नहीं बन सका है।