नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित केरल के वायनाड जिले के आपदा प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने भूस्खलन प्रभावित इलाकों में जाकर राहत एवं बचाव कार्यों में लगे जवानों से जानमाल के नुकसान की जानकारी ली।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भूस्खलन से सबसे अधिक प्रभावित चूरलमाला, मुंडक्कई और पुंचिरिमट्टम गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और केंद्रीय पर्यटन और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी भी थे।
प्रधानमंत्री इसके बाद सरकारी व्यावसायिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, वेल्लारमाला और बेलीब्रिज भी गये। प्रधानमंत्री केन्द्रीय सशस्त्र बलों और भूस्खलन प्रभावित लोगों से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वह राहत शिविर का भी दौरा किया।
प्रधानमंत्री ने केरल सरकार को राहत प्रयासों में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को केरल सरकार को राहत प्रयासों में हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘हमारी प्रार्थनाएं वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों के साथ हैं।’ इससे पहले उन्होंने भूस्खलन से प्रभावित केरल के वायनाड का दौरा किया और आपदा प्रभावितों से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब से मुझे इस घटना के बारे में पता चला है, तब से मैं भूस्खलन के बारे में जानकारी ले रहा हूं। केन्द्र सरकार की सभी एजेंसियां, जो इस आपदा में मदद कर सकती थीं, तुरंत काम पर लग गयीं। यह आपदा सामान्य नहीं है। हजारों परिवारों के सपने चकनाचूर हो गये हैं। मैंंने स्वयं मौके पर जाकर स्थिति देखी है। राहत शिविरों में पीड़ितों से मुलाकात की। मैंने अस्पताल में घायल मरीजों से भी मुलाकात की।’