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Rajasthan election: भाजपा आलाकमान के संकेतों को वसुंधरा राजे ने किया नजरअंदाज, नहीं हटेंगी पीछे

Rajasthan election: भाजपा आलाकमान के संकेतों को वसुंधरा राजे ने किया नजरअंदाज, नहीं हटेंगी पीछे

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National news, National update, New Delhi news, latest National Hindi news, Rajasthan election, Vasundhara Raje sindhiya, BJP : भाजपा आलाकमान के स्पष्ट संकेत मिलने के बावजूद वसुंधरा राजे सिंधिया राजनीतिक मैदान छोड़ने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वह पीछे नहीं हटेंगी। पार्टी आलाकमान ने भले ही वसुंधरा राजे की जिद के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार या चुनाव प्रचार समिति का मुखिया घोषित नहीं किया हो, लेकिन राजस्थान की राजनीति की चतुर खिलाड़ी वसुंधरा राजे अभी भी मैदान छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया ने आलाकमान के राजनीतिक मूड और राज्य स्तर के नेताओं की तैयारियों को देखते हुए ग्राउंड जीरो पर फोकस किया और लगातार पांचवीं बार न केवल झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से अपना टिकट सुनिश्चित किया, बल्कि अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट मिले, इस बात को भी सुनिश्चित करने का पुरजोर प्रयास किया। पार्टी के एक नेता ने बताया कि चाहे चुनाव प्रभारी एवं केन्द्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के घर पर नेताओं की बैठक हो या पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर या फिर पार्टी मुख्यालय में केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक हो, वसुंधरा राजे हर बैठक में अपने समर्थकों को जीतनेवाला उम्मीदवार बताते हुए उनकी जोरदार पैरवी करती नजर आयीं। कई बार इसके लिए वसुंधरा राजे को अन्य नेताओं के साथ जोरदार बहस भी करनी पड़ी।

नेताओं के लिए यह किसी अचंभे से कम नहीं 

जानकार बताते हैं कि वसुंधरा की वर्किंग स्टाइल को जाननेवाले नेताओं के लिए यह किसी अचंभे से कम नहीं था। गौरतलब है कि भाजपा राजस्थान के लिए अब तक 184 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है और पार्टी उम्मीदवारों की यह चारों लिस्ट अपने आप में बताती है कि वसुंधरा राजे सिंधिया ने पहली लड़ाई जीत ली है। वसुंधरा राजे सिंधिया भले ही पुरजोर पैरवी के बावजूद कैलाश मेघवाल, राजपाल सिंह शेखावत, अशोक परनामी और यूनुस खान जैसे एक दर्जन से ज्यादा करीबियों को टिकट दिलवाने में कामयाब नहीं हो पायी हों, लेकिन अपनी जोरदार पैरवी से कालीचरण सराफ, वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, जगसीराम कोली, प्रतापलाल गमेती, गोपीचंद मीणा, अशोक डोगरा, दीप्ति माहेश्वरी सहित अपने 52 के लगभग समर्थकों को टिकट दिलवाने में कामयाब हो गयीं।

52 घोषित उम्मीदवार वसुंधरा राजे के समर्थक 

184 में से 52 घोषित उम्मीदवार वसुंधरा राजे सिंधिया के समर्थक हैं। हालांकि, राजस्थान भाजपा के एक दिग्गज नेता की मानें, तो बाकी उम्मीदवारों में से भी 15-20 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो किसी पाले में नहीं हैं, लेकिन उन्हें भी चुनाव जीतने के लिए वसुंधरा राजे की मदद की दरकार है। बाकी बची 16 सीटों पर भी वसुंधरा राजे अपने एक दर्जन के लगभग करीबियों को टिकट दिलवाने की जोरदार पैरवी कर रही हैं। समर्थकों को टिकट दिलवाने के मामले में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और लोक सभा अध्यक्ष एवं सांसद ओम बिरला, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को भी काफी पीछे छोड़ दिया है।

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