तृणमूल विधायक निर्मल माझी के बयान का रामकृष्ण मठ और मिशन ने खंडन किया है। एक बयान में कहा गया है कि निर्मल माझी के बयान से सारदादेवी का अपमान हुआ है। रामकृष्ण मठ और मिशन के सचिव स्वामी सुबीरानंद ने गुएक वीडियो संदेश में कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पुनर्जन्म वाली मां सारदा के रूप में की गई टिप्पणी निराधार है। इससे अनगिनत लोगों की भावनाओं को आहत किया है। हालांकि वीडियो में निर्मल माझी का नाम नहीं लिया गया है। उन्हें एक राजनीतिक नेता के रूप में वर्णित किया गया है।
स्वामी सुबीरानंद ने निर्मल की टिप्पणी की निंदा की
विधायक निर्मल की टिप्पणी की निंदा करते हुए स्वामी सुबीरानंद ने कहा कि हम उनकी टिप्पणी से स्तब्ध और आहत है। ऐसी घटना को कभी भी किसी के द्वारा दोहराया न जाए। मां सारदा के बारे में अब तक प्रकाशित किसी भी प्रामाणिक पुस्तक में यह जानकारी नहीं है। सारदा देवी के बारे में अभी तक किसी साधु और गृह भक्त से ऐसा नहीं सुना। हमें समझ नहीं आ रहा है कि नेता को यह अजीबो-गरीब जानकारी कहां से मिली और उन्होंने एक जनसभा में कही।
सारदा देवी व भक्तों की छवि को गहरा आघात पहुंचा
विधायक निर्मल की इस टिप्पणी से साधु, ब्रह्मचर्य और सारदा देवी के साथ भक्तों की छवि को गहरा आघात पहुंचा है। माता सारदा देवी राजसी ही नहीं, सीता, राधारानी, विष्णुप्रिया देवी के स्तर पर आध्यात्मिक व्यक्तित्व हैं। वे युगों-युगों से अवतार के रूप में जन्म लेती रही हैं। लाखों लोग, जाति, धर्म और जाति के बावजूद, उन्हें देवी और माता दोनों के रूप में पूजते हैं। सुख में, दुख में, संकट में, विपत्ति में वह शक्ति की प्रार्थना करते है। मां ने खुद कहा है कि दुनिया में हर कोई मेरी संतान है। अपने 67 साल के जीवन में उन्होंने न किसी से कठोर बात की और न ही किसी का अहित करने की कामना की।
निर्मल ने कहा था- ममता बनर्जी मां शारदा हैं
गौरतलब है कि हाल ही में एक वीडियो में, निर्मल कहते हैं, मां सारदा की मृत्यु से कुछ दिन पहले, स्वामी विवेकानंद ने सन्यासियों से कहा मैं कालीघाट मंदिर जाता हूं। हरीश चटर्जी स्ट्रीट पर जिस सड़क पर दीदी रहती है, वह उसी रास्ते से जाते थे। मां सारदा ने कहा था इतने दिनों की मृत्यु के बाद मैं कालीघाट के कालीक्षेत्र में मनुष्य के रूप में जन्म लूंगी। हम त्याग, परित्याग, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होंगे। अंक ज्योतिष के अनुसार मां सरदा की मृत्यु के बाद ममता बनर्जी के जन्म का समय उस संख्या से मेल खा रहा है। निर्मल ने आगे कहा कि वह (ममता) मां शारदा हैं, वह फ्लोरेंस नाइटिंगेल, सिस्टर निवेदिता हैं। उनका जन्म अष्टमी और नवमी के समय पर हुआ था। इसलिए वह जन्म से लेकर मृत्यु तक मनुष्य साथ है।
भविष्य में ऐसी टिप्पणी ना करने की अपील
स्वामी सुबीरानंद ने कहा कि निर्मल की सार्वजनिक टिप्पणी के बाद रामकृष्ण मठ और मिशन के अनुयायी और भक्त उनसे संपर्क करने लगे। कई लोगों ने चिंता व्यक्त की। इसके बाद उन्होंने यह वीडियो जारी की है। उन्होंने कहा कि हमारे परम आराध्य सारदा देवी का अपमान किया है। क्रोध और दुख व्यक्त करने के लिए कोई उपयुक्त भाषा नहीं मिल रही है। स्वामी सुबीरानंद ने रामकृष्ण मठ और मिशन की ओर से भविष्य में इस तरह की टिप्पणी नहीं करने की भी अपील की।