National news, business news, New Delhi news : फिलहाल कर लोन और होम लोन की EMI से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। यह जानकारी खुद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दी है। ‘कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2023’ में एक प्रश्न के उत्तर में रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ब्याज दर फिलहाल ऊंची बनी रहेंगी और सिर्फ समय ही बताएगा कि यह कितने समय तक ऊंचे स्तर पर रहेगी। मौजूदा भू-राजनीतिक संकट के कारण दुनिया भर के प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने बढ़ी महंगाई से निपटने के लिए अपनी प्रमुख नीतिगत दरें बढ़ा दी हैं। हालांकि महंगाई पर काबू पाने के लिए रिजर्व बैंक ने इस वर्ष फरवरी से नीतिगत दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। यह 6.5 प्रतिशत पर कायम है। इससे पहले पिछले साल मई से लेकर कुल छह बार में रेपो दर में 2.50 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी। वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार होम लोन और कार लोन की ईएमआई काम नहीं होगी। यह पूर्ववत रहेगी।
‘सितंबर में घटी खुदरा महंगाई दर’
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि RBI महंगाई कम करने के लिए लगातार प्रयास में जुटा रहा है। जुलाई में 7.44 प्रतिशत के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद भी महंगाई में कमी आई है। सब्जियों और ईंधन की कीमतों में नरमी के कारण सितंबर में सालाना आधार पर खुदरा महंगाई घटकर तीन महीने के निचले स्तर 5.02 प्रतिशत आ चुकी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई अगस्त में 6.83 प्रतिशत व सितंबर 2022 में 7.41 प्रतिशत थी। जुलाई में महंगाई 7.44 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। महंगाई पर काबू पाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस साल फरवरी में नीतिगत दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की है।