केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ‘द कश्मीर फाइल’ फिल्म की सराहना करते हुए कहा कि यह सत्य का निर्भीक निरूपण है और ऐसी ऐतिहासिक गलतियों की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए समाज को जागरूक करने का काम करेगी। शाह ने अपने आवास पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्माता, निर्देशक और कलाकारों से मुलाकात की। शाह से हुई मुलाकात में फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
फिल्म बनाने के लिए पूरी टीम को बधाई दी
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, “ द कश्मीर फाइल की टीम के साथ भेंट की। अपने ही देश में अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए कश्मीरी पंडितों के बलिदान, असहनीय पीड़ा और संघर्ष की सच्चाई इस फिल्म के माध्यम से पूरी दुनिया के सामने आई है, जो एक बहुत ही प्रशंसनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि द कश्मीर फाइल सत्य का एक निर्भीक निरूपण है। ऐसी ऐतिहासिक गलतियों की पुनरावृत्ति न हो इस दिशा में यह समाज व देश को जागरूक करने का काम करेगी। ये फिल्म बनाने के लिए मैं पूरी टीम को बधाई देता हूँ। ”
विवेचना करने की बजाय विवाद हो रहा : मोदी
बता दें कि कई भाजपा शासित राज्यों में इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ कश्मीरी पंडितों के घाटी से निर्वासित होने और इस दौरान हुई हिंसा की घटनाओं पर आधारित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में इस फिल्म की चर्चा करते हुए कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की पैरोकारी करने वाले इससे बौखलाये हुये हैं। एक पूरे इकोसिस्टम द्वारा षडयंत्र चलाया जा रहा है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ की विवेचना करने की बजाय विवाद हो रहा है।
फिल्म के खिलाफ चल रहा षड्यंत्र
पीएम मोदी ने कहा कि जो सत्य है, उसको सही स्वरूप में देश के सामने लाना, देश की भलाई के लिए होता है। किंतु, कोई सत्य उजागर करने का साहस करे तो उसे समझने और स्वीकारने को लोग तैयार नहीं है । उन्होंने कहा कि पिछले 5-6 दिन से इस फिल्म के खिलाफ एक षडयंत्र चल रहा है। मोदी ने कहा कि उनका विषय यह फिल्म नही है। किंतु, जो सत्य है उसे सही रूप में लाना देश की भलाई है। इसके कई रूप हो सकते हैं, किसी को पसंद आएगा किसी को नहीं। हैरानी इस बात की है कि जिस सत्य को तथ्यों के आधार पर बाहर लाया जा रहा, उसको दबाने की पूरी कोशिश हो रही है।