National News Update, Delhi, Coal India Limited , Benefit Down : देश और दुनिया की सबसे बड़ी कोल कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के वित्तीय परिणाम निराशाजनक हैं। बीते साल की चौथी तिमाही में कोल इंडिया का शुद्ध लाभ 17.7 प्रतिशत डाउन हुआ है। लाभ घटने का सबसे बड़ा कारण कर्मचारियों के वेतन संशोधन के चलते पड़ा वित्तीय बोझ बताया जा रहा है।
शेयर बाजार को दी सूचना के अनुसार कोल इंडिया ने बताया है कि मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में उसका सकल शुद्ध लाभ 5,527.62 करोड़ रुपये (8.98 रुपये प्रति शेयर) रहा है। एक साल पहले यानी मार्च, 2022 को समाप्त तिमाही में यह लाभ 6,715 करोड़ रुपये (10.86 रुपये प्रति शेयर) था। चौथी तिमाही में कंपनी की बिक्री पिछले वर्ष की समान अवधि के 29,985.45 करोड़ रुपये से बढ़कर 35,161.44 करोड़ रुपये रही।
₹4 प्रति शेयर का लाभांश
कोल इंडिया के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष के लिए 4 रुपये प्रति शेयर के अंतिम लाभांश घोषित किया है। कंपनी इससे पहले 15 रुपये प्रति शेयर और 5.25 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित दे चुकी है। इस प्रकार से पूरे साल के दौरान कंपनी का लाभांश 24.25 रुपये प्रति शेयर का हो गया है। पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का शुद्ध लाभ 62 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 28,125 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पहले 2018-19 में कंपनी ने 17,464 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
3% वेतन वृद्धि का प्रस्ताव
कोल इंडिया ने वेतन संशोधन के लिए कर्मचारी यूनियनों के साथ वार्ता शुरू कर दी है। जहां कर्मी वेतन में 47 प्रतिशत वृद्धि की मांग कर रहे हैं, वहीं कंपनी ने 3 प्रतिशत वेतन वृद्धि का प्रस्ताव दिया है। कंपनी ने कहा कि गैर-कार्यकारी कर्मियों के वेतन में एक जुलाई, 2021 से संशोधन नहीं हुआ है। यूनियनों के साथ एक वेतन समझौते को अंतिम रूप देने के लिए तिमाही में 5,870.16 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यही कारण है कि शुद्ध लाभ में कमी आई है। वहीं इसकी तुलना में जनवरी-मार्च, 2022 में 475.28 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था।