रामलला की प्रतिष्ठापना के दिन देश के 5 लाख मंदिरों में होगा अयोध्या जैसा आनंदोत्सव : चम्पत राय
National news, National update, New Delhi news, latest National Hindi news, Ayodhya Ram Mandir, Ayodhya news, Akshat colash, Dharma-Karma, Spirituality, Dharm- adhyatm, religious : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठापना के मद्देनजर रविवार को ‘पूजित अक्षत कलश वितरण’ कार्यक्रम का आयोजन किया। देश के चुनिंदा 101 कार्यकर्ताओं ने पूजन के बाद अक्षत-कलश को विजय मंत्र के साथ ग्रहण किया और इसे लेकर अपने-अपने प्रांत के लिए रवाना हुए। अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठापना के अवसर पर देशभर के पांच लाख मंदिरों में आनन्दोत्सव मनाया जायेगा। इस कार्यक्रम में ग्रामीणों को पवित्र अक्षत देकर आमंत्रित किया जायेगा।
‘पूजित अक्षत कलश वितरण’ कार्यक्रम का आयोजन श्रीराम जन्मभूमि के सुग्रीव किला परिसर में हुआ
‘पूजित अक्षत कलश वितरण’ कार्यक्रम का आयोजन श्रीराम जन्मभूमि के सुग्रीव किला परिसर में किया गया। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने ‘पूजित अक्षत कलश वितरण’ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में जब श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह हो रहा होगा, उस समय देश के 05 लाख मंदिरों के चारों ओर अयोध्या जैसा ही आनन्दोत्सव मनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। चम्पत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के 127 प्रकार के सम्प्रदाय के पूज्य आचार्य, 13 अखाड़े के प्रतिनिधि शामिल होंगे। रामलला के समक्ष पूजित अक्षत देश के सभी हिस्सों में लेकर कार्यकर्ता जायेंगे। एक से 15 जनवरी, 2024 के बीच कार्यकर्ता टोली बना कर घर-घर जायेंगे और प्राण प्रतिष्ठा के दिन मोहल्ले के नजदीक मंदिर में एकत्रित आने का निमंत्रण देंगे। अयोध्या के कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन पर होगा।
गांव-गांव में 22 जनवरी को राम उत्सव होना चाहिए
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं उडुपी स्थित पेजावर मठ के स्वामी श्री विश्व प्रसन्न तीर्थ महाराज ने कहा कि राम सिर्फ अयोध्या के ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण देश के हैं। इसलिए गांव-गांव में 22 जनवरी को राम उत्सव होना चाहिए। कार्तिक कृष्ण पक्ष (05 नवम्बर ) को अयोध्या स्थित सुग्रीव किला के पास आयोजित कार्यक्रम में देशभर के सभी 45 प्रांतों के चुनिंदा कार्यकर्ता बुलाये गये थे। इनको अक्षत से भरे पीतल के पूजित कलश को सौंपा गया। कलश लेते और उसे ले जाते समय सभी 101 कार्यकर्ता विजय मंत्र ”श्रीराम जय राम, जय जय राम” का जाप कर रहे थे। यहां पहुंचे 101 कार्यकर्ताओं को पूजित कलश सौंपा गया, जिसे वह अपने प्रांतों में लेकर रवाना हुए। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक अयोध्या में पूजित अक्षत को पहले देश के पांच लाख मंदिरों में पहुंचाया जायेगा। यहां पूजन होने के बाद उस इलाके के हर घर में पूजित अक्षत को पहुंचा कर श्रद्धालुओं और आमजन को आनन्दोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जायेगा। श्रद्धा और विश्वास के इस अक्षत और कलश को ग्रहण करने वालों में कन्याकुमारी से जम्मू-कश्मीर तक के कार्यकर्ता शामिल रहे।