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रूस ने भारत को ले ऐसा किया दावा कि चीन और पाकिस्तान के सीने पर लोटने लगेंगे सांप 

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New Delhi news : लगातार मोदी जी के नेतृत्व में भारत की ताकत दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है। रूस की सरकारी मीडिया ने भारत को लेकर ऐसा दावा किया है, जिससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच सकता है और पाकिस्तान व चीन जैसे देशों के सीने पर तो सांप ही लोटने लगेंगे। रूसी मीडिया ने कहा है कि नेपाल के तीन एयरपोर्ट्स पर अब भारत का कब्जा होगा। चीन के कर्ज से परेशान होकर नेपाल अपने तीन स्ट्रैजिक एयरपोर्ट भारत को दे सकता है। इनमें से दो एयरपोर्ट का निर्माण तो खुद चीन ने करवाया था। 

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कौन हैं तीन एयरपोर्ट 

नेपाल जो तीन एयरपोर्ट भारत को सौंपना चाहता है वो त्रिभुवन इंटरनेशन एयरपोर्ट, पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी भारत को चाहता है। पोखरा और गौतम बुद्ध एयरपोर्ट का निर्माण चीन ने करवाया था। इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में यही दो एयरपोर्ट हैं। पोखरा एयरपोर्ट नेपाल के लिए श्राप बन गया है तो वहीं गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तो पीएम मोदी ने एक बार अपने हेलीकॉप्टर को लैंड तक नहीं करने दिया था। 

चीन और नेपाल के बीच तनातनी 

कर्ज के जाल में फंसाने के लिए चीन ने नेपाल से पोखरा शहर में जबरदस्ती इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनवा दिया, जबकि इस शहर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कोई जरूरत ही नहीं थी। चीन ने पहले तो मदद के नाम पर नेपाल को तोहफा बताया। लेकिन काम पूरा होने पर बेल्ट एंड रोड परियोजना का नाम लेकर पैसे की मांग करने लगा। इस एयरपोर्ट को लेकर चीन और नेपाल के बीच तनातनी शुरू हो गई। हालात ऐसे हैं कि इस एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल फ्लाइट्स आते ही नहीं। यहां एक बड़ा विमान हादसा भी हो गया जिसमें 72 लोगों की मौत हो गई। अब नेपाल चाहता है कि भारत पोखरा एयरपोर्ट का संचालन करे। 

एयरपोर्ट का निर्माण भी चीन की मदद से किया गया

गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण भी चीन की मदद से किया गया था। इस एयरपोर्ट का निर्माण भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी के पास किया गया था। पीएम मोदी 2022 में बुद्ध पूर्णिमा पर जाने के दौरान यहां अपना हैलिकॉप्टर लैंड कराने से इनकार कर दिया था। बाद में 20 किलोमीटर दूर एक अलग हेलीपैड का बनाया गया था और पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर वहां लैंड किया था। लेकिन अब खबर आ रही है कि ये एयरपोर्ट भी भारत को मिल सकते हैं।

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