Russia और Ukraine के बीच चल रहे युद्ध के सातवें दिन 2 मार्च को रूस ने यह दावा किया था कि भारतीय छात्रों को यूक्रेन में बंधक बनाकर रखा गया है। 3 मार्च को रूस के इस दावे को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया। भारत सरकार ने उन सभी मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया,जिनमें बताया जा रहा था कि भारतीय छात्रों को यूक्रेन में बंधक बनाकर रखा गया है। सरकार ने भरोसा दिलाया कि वह यूक्रेन में भारतीयों से लगातार संपर्क में हैं और ऐसा कोई वाकया नहीं हुआ है।
भारतीय पीएम मोदी ने ने रूसी प्रेसिडेंट व्लादीमीर पुतिन से की थी बात
दरअसल, रूसी सरकार ने दावा किया यूक्रेनी सेना ने भारतीय छात्रों को बंधक बनाकर रखा है, जिसके बाद सरकार ने यह बयान जारी किया। रूस की तरफ से यह दावा तब आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ देर पहले ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की थी और खार्किव के हालात पर चर्चा की थी।
विदेश मंत्रालय ने खारिज किया दावा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि हमें किसी छात्र के बंधक बनाए जाने की कोई खबर नहीं मिली है। हमने यूक्रेनी अथॉरिटीज से सहयोग मांगा है कि वे भारतीय छात्रों को खार्किव और आसपास के इलाकों से लेकर यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से तक ले जाने के लिए विशेष ट्रेनों का इंतजाम करेंगे।