Russia और Ukraine के बीच जंग विस्फोटक स्थिति में पहुंच चुकी है। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले में बहुत से लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि रूस के हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं। यूक्रेन में भारत के हजारों नागरिक और स्टूडेंट फंसे हुए हैं। इस बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने यह अच्छी खबर दी है कि भारत के 470 से अधिक छात्र 25 फरवरी को पोरुब्ने-सिरेट सीमा के जरिए यूक्रेन से बसों से रोमानिया के लिए रवाना हो गए हैं।
भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए पहुंचा रहे हैं पड़ोसी देश में
दूतावास ने कहा कि हम सीमा पर मिले भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए उन्हें पड़ोसी देशों में पहुंचा रहे हैं। आंतरिक इलाकों से आने वाले भारतीयों को दूसरे स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों का एक समूह 26 फरवरी को एक विशेष उड़ान के जरिए नयी दिल्ली पहुंचेगा। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन इन लोगों की अगवानी करेंगे।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए तुरंत बने योजना : आदित्य ठाकरे
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए योजना तत्काल तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने केंद्र सरकार से इसकी मांग की है। हमें विश्वास है कि सरकार कुछ योजना बनाएगी और उसी हिसाब से हमें जानकारी देगी।
रूस में नहीं होगा शतरंज ओलंपियाड
उधर युद्ध के बीच यह महत्वपूर्ण खबर आ रही है कि शतरंज फेडरेशन काउंसिल (एफआईडीई) ने फैसला किया है कि 44वां शतरंज ओलंपियाड रूस में नहीं होगा। इसमें दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए प्रतियोगिता और एफआईडीई कांग्रेस का आयोजन भी शामिल है।