Dhanbad number one in Sanitation Survey 2022 : गार्बेज फ्री सिटी, डोर टू डोर कचरे के निस्तारण के लिए सालिड वेस्ट प्लांट और सीवरेज-ड्रेनेज नहीं होने का खामियाजा इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में धनबाद नगर निगम को उठाना पड़ा। धनबाद नगर निगम गत वर्ष की तुलना में इस बार दो पायदान गिरकर 35वें पायदान पर पहुंच गया। हालांकि इस मामले में राजधानी रांची से धनबाद नगर निगम ज्यादा स्वच्छ है। धनबाद ने रांची को पछाड़ कर पहला स्थान प्राप्त किया। 10 लाख की आबादी वाले शहरों में धनबाद की रैंकिंग की हुई। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में नगर निगम को 33 रैंक मिली थी। हालांकि स्टेट रैंक पहला है, रांची दूसरे स्थान पर है।
धनबाद को 7500 में से 3527.44 अंक मिले
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के परिणाम शनिवार को जारी किए गए। इसमें धनबाद नगर निगम ने 7500 में से 3527.44 स्कोर प्राप्त किया। गीला-सूखा कचरा के अलग-अलग कलेक्शन की स्थिति 25 फीसद से कम रही है यानी असंतोषजनक रही। सड़क स्वच्छता, सामुदायिक शौचालय और शहर के सौंदर्यीकरण की स्थिति 75 से 90 फीसद संतोषजनक रही। इसी तरह मार्केट, आवासीय, ड्रेन, जलस्त्रोत, आवासीय परिसर में प्रतिदिन सफाई और खुले में कचरे की स्थिति 90 फीसद तक संतोषजनक रही। सिटीजन फीडबैक भी 50 से 75 प्रतिशत तक दर्ज किया गया। वाटर प्लस और थ्री स्टार रैंकिंग का दावा भी फेल हो गया।
स्टेट रैंक में रांची को पीछे छोड़ा
धनबाद नगर निगम ने दस लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में रांची नगर निगम को पछाड़ दिया है। रांची को पीछे छोड़ते हुए धनबाद नगर निगम ने पहला स्टेट रैंक हासिल किया। धनबाद को 3527.44 स्कोर तो रांची को 3068.10 स्कोर मिला है। पिछले वर्ष रांची नगर निगम को स्टेट में पहला रैंक मिला था, इस बार दूसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा। स्वच्छता सर्वेक्षण के सिटीजन फीडबैक ने धनबाद को बेहतर स्थान दिलाया। झारखंड राज्य को 100 नगर निकायों से कम की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है। पहला स्थान त्रिपुरा और तीसरा उत्तराखंड को मिला है। नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने धनबाद की इस उपलब्धि पर संतोष जताया है और उम्मीद जताई है कि आगे धनबाद और बेहतर करेगा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में अंडर-10 में रहने का प्रयास किया जाएगा।