Bihar ( बिहार) भाजपा के कद्दावर नेताओं में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का नाम टॉप पर रहता है। वह स्पष्ट बोलने वाले प्रखर नेता माने जाते हैं। उनकी राय से सहमति-असहमति अपनी जगह है, पर उनका अंदाज फायरब्रांड वाला होता है। RSS की सोच की उनमें प्राणशक्ति बसती है। बिहार में जातीय जणगणना को लेकर मुजफ्फरपुर में उन्होंने बड़ा बयान दिया है। गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर इस जनगणना में बांग्लादेशियों और साथ ही साल 1991 में चिन्हित लोगों को गिना जाएगा, तो वह इसका विरोध करेंगे। साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि हमें किसी भी तरह से जातिगत जनगणना से कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, अल्पसंख्यकों की जाति लिखी जानी चाहिए। सिंह ने उक्त बयान मुजफ्फरपुर जिले में स्वामी सहजानंद सरस्वती की पुण्यथिति पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दिया।
कौन हैं जेपी के अनुयायी
बेगूसराय के भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार के जातीय समीकरण की खाई को पैदा करने वाले और कोई नहीं, बल्कि जेपी के अनुयायी हैं, जिन्होंने बिहार में इस तरह की हालत पैदा कर दी है। वह किसकी ओर संकेत कर रहे हैं, यह समझा जा सकता है। उनके संकेत में राजद ही नहीं, जदयू भी शामिल है। यह गौर से समझने पर पता चल जाता है।