Senior congress leaders met President and submitted two memorandum. Modi government (मोदी सरकार) आर्मी भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना और राहुल गांधी पर केंद्रित प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल 20 जून को राष्ट्रपति से मिला है। प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को दो ज्ञापन सौंपे हैं और कार्रवाई करने की मांग उठाई है। इस प्रतिनिधिमंडल में दो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भूपेश बघेल और अन्य वरिष्ठ नेता जिसमें अधीर रंजन चौधरी, मलिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, पी चिदंबरम शामिल रहे।
दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई की मांग
ज्ञापन सौंपने के बाद मलिकार्जुन खड़गे ने कहा, हम 7 लोगों ने दो ज्ञापन सौंपे हैं, पहला अग्निपथ की योजना पर जिसे गलत तरिके से बनाया गया और इसका फायदा किसी को नहीं होने वाला है। दूसरा, हमारे नेता राहुल जी को ईडी ले जाया गया, कांग्रेस को परेशान करने की नीति चल रही है, डराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, अग्निपथ योजना बिना चर्चा किए सरकार लेकर आ गई। इसका नुकसान युवाओं को होगा। बीजेपी के नेता चौकीदार की नौकरी मिलने की बात कर रहे हैं। हमें राष्ट्रपति जी ने आश्वासन दिया है, वह दोनों मसलों पर सरकार से चर्चा करेंगे। वहीं हमने दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई की भी मांग उठाई है।
सत्याग्रह के दौरान नेताओं को सताया गया
खड़गे ने बताया कि तीन दिन तक सत्याग्रह रहा। आंदोलन में वरिष्ठ नेताओं को सताया गया है। 40-50 किलोमीटर दूर अलग-अलग बॉर्डर्स पर हिरासत में ले जाकर रखा गया। बिना नोटिस दिए 12 घंटे तक हिरासत में नहीं रखा सकते, यदि करना है तो कारण दो। सांसदों को हिरासत में लिया तो स्पीकर को बताना चाहिए, लेकिन यह सब कुछ नहीं हुआ।