New Delhi news : केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आगरा स्थित प्रधान डाकघर के सीनियर पोस्ट मास्टर और जनसम्पर्क निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इन पर रिश्वत के तौर पर 20 हजार रुपये की पहली किस्त लेने का आरोप है। सीबीआई ने दोनों आरोपितों के आगरा और मथुरा स्थित आवासीय परिसरों की तलाशी ली, जहां से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। सीबीआई के सूचना अधिकारी ने आज शनिवार (22 जून) को यह जानकारी दी ।सीबीआई के मुताबिक एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर 21 जून 2024 को सीनियर पोस्ट मास्टर देवेन्द्र कुमार और जनसम्पर्क निरीक्षक राजीव दूबे के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया।
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रिश्वत के तौर पर 01 लाख रुपये की मांग की गयी
सीबीआई का आरोप है कि प्रधान डाकघर आगरा में तैनात शिकायतकर्ता को हाल ही में वरिष्ठ अधीक्षक के आदेश पर 25 अप्रैल को फोर्ट प्रधान कार्यालय आगरा में स्थानांतरित कर दिया गया। जबकि, कथित तौर पर शिकायतकर्ता के पास एक विभागीय कार्रवाई लंबित थी। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता के खिलाफ लंबित विभागीय कार्यवाही में अनुकूल रिपोर्ट व निर्णय देने के साथ साथ उसे अपने नये पद स्थान पर कार्यभार ग्रहण कराने के एवज में आरोपितों द्वारा रिश्वत के तौर पर 01 लाख रुपये की मांग की गयी थी। बाद में आरोपितों ने रिश्वत की राशि को घटा कर 50,000/- रुपये कर दी।
₹20000 रिश्वत के तौर पर सौंपने के निर्देश दिए थे
सीबीआई के मुताबिक ट्रैप कार्रवाई के दौरान सीनियर पोस्ट मास्टर ने शिकायतकर्ता को रिश्वत के तौर मांगे गये 50 हजार रुपये में से पहली किस्त के तौर पर 20 हजार रुपये जनसम्पर्क निरीक्षक को सौंपने के निर्देश दिये। इस निर्देश पर शिकायतकर्ता ने रिश्वत की यह रकम सह-आरोपित जनसम्पर्क निरीक्षक को सौंप दी। आगे की ट्रैप कार्रवाई के दौरान जब यह रकम जनसम्पर्क निरीक्षक द्वारा आरोपित सीनियर पोस्ट मास्टर को दी जा रही थी, उसी समय सीबीआई की टीम ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच जारी है।