National news, international news, Israel- Hamas war : गत सात अक्टूबर को इजराइल में हमास के हमले के दौरान एक बुजुर्ग दंपति की देखभाल करने वाली केरल की दो महिलाओं ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए उनकी जान बचा ली।भारत में इजराइली दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इन दोनों महिलाओं सविता और मीरा मोहनन को इंडियन सुपरवुमेन की संज्ञा दी है। आखिर क्या किया इन दोनों ने, आइए जानें…।
सायरन सुनाई दी और वे सुरक्षा कक्ष की ओर बढ़ चले
दोनों इंडियन सुपरवुमेन के अनुसार गोलियों की बौछार के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और साहसपूर्वक हमलावरों को अंदर घुसने से रोके रखा। जिस दंपति की देखभाल दोनों कर रहीं थीं, उसमें से महिला तंत्रिका तंत्र संबंधी एएलएस बीमारी से पीड़ित है। करीब सुबह साढ़े छह बजे सायरन की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद वे सुरक्षा कक्ष में चले गए। इसके बाद दंपति की बेटी का फोन आया, जिसमें उसने बताया कि इलाके में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है। घर के सभी दरवाजे बंद कर लो।
साढ़े चार घंटे तक हैंडल पकड़े रखा और हमलावर दरवाजे खोलने की मांग के साथ बरसा रहे थे गोलियां
इजराइल में तीन वर्ष से काम कर रही सविता ने कहा, ‘कुछ देर बाद घर में आतंकवादियों के घुसने की आवाज आई। इस दौरान गोलीबारी और कांच के टूटने की आवाजें आ रही थीं। दंपति की बेटी को फोन किया तो उसने सुरक्षा कक्ष के दरवाजे के हैंडल को पकड़े रहने को कहा। इसके बाद दोनों ने करीब साढ़े चार घंटे तक हैंडल को पकड़े रखा, जबकि हमलावर दरवाजे खोलने की मांग के साथ गोली बरसा रहे थे।
करीब एक बजे और गोलियों के चलने की आवाज सुनाई दी।’ बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि इजराइली सुरक्षा (आईडीएफ) हमें बचाने के लिए आ गये हैं। उन्होंने कहा कि आईडीएफ के आने के बाद वे सभी बाहर गए और देखा कि घर के अंदर का सामान नष्ट और लूट लिया गया था।