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सिक्किम में एसकेएम व अरुणाचल में भाजपा की सरकार

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एसकेएम ने 32 में से 31 सीटें जीतीं, अरुणाचल में भाजपा को कुल 46 सीट पर जीत मिली, अरुणाचल में 10 विधायक निर्विरोध जीते थे, कांग्रेस के खाते में आयी 01 सीट

Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : लोकसभा की 542 सीटों के साथ चार राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा के लिए इस बार मतदान हुआ। शनिवार को एग्जिट पोल के बाद रविवार को अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा के लिए हुए चुनाव की मतगणना हुई। सिक्किम में एसकेएम (सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा) और अरुणाचल में भाजपा को बहुमत मिला है।
सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 32 में से 31 सीट जीतकर फिर से सरकार बनाने जा रही है। विपक्षी दल सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को एक सीट मिली है। पूर्व सीएम पवन कुमार चामलिंग भी चुनाव हार गए हैं। उधर, अरुणाचल प्रदेश में भाजपा फिर सरकार बनाती दिख रही है। भाजपा को 60 में से 46 सीट पर जीत मिली है। भाजपा पहले ही 10 सीटें निर्विरोध जीत चुकी है। अरुणाचल में भाजपा ने सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर कैंडिडेट्स उतारे थे। जिसमें से कांग्रेस का एक प्रत्याशी जीत पाया। एनपीपी 5, एनसीपी 3, पीपीए 2 और निर्दलीय तीन सीटों पर विजयी रहे हैं। वहीं, सिक्किम में एसकेएम और एसडीएफ ने 32-32, वहीं 31 उम्मीदवार उतारे थे। कांग्रेस ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
सिटिजन एक्शन पार्टी-सिक्किम ने 30 सीटों पर कैंडिडेट उतारे थे। अरुणाचल और सिक्किम विधानसभा के लिए 19 अप्रैल को एक चरण में वोटिंग हुई थी।

कांग्रेस का खाता नहीं खुला

सिक्किम में कांग्रेस ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था। 2019 के आम चुनावों के बाद एसकेएम का भाजपा के साथ गठबंधन हुआ था, लेकिन इस बार चुनावों से पहले भाजपा ने सिक्किम में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान करके गठबंधन तोड़ दिया था। 2019 में अरुणाचल में भाजपा ने 42 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। वहीं, सिक्किम में एसकेएम 32 में से 17 सीटों के साथ सत्ता पर काबिज है।

एसकेएम की सुनामी में सब बहे

सिक्किम की 32 सीटों पर कुल 146 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। सिक्किम के चुनाव नतीजों में लोगों की नजरें दिग्गजों की सीटों पर थी, जिनमें मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व फुटबॉल कप्तान भूटिया शामिल थे। इसके अलावा मुख्यमंत्री की पत्नी से लेकर पूर्व अभिनेत्री, आईएएस अधिकारी तक की किस्मत का भी फैसला हो गया है। सिक्किम के चुनाव में सोरेंग-चाकुंग और रेनॉक सबसे चर्चित सीटें थीं। इन दोनों सीटों से खुद मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग चुनाव मैदान में थे। उन्होंने दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। तमांग ने सिक्किम एसडीएफ के सोमनाथ पौडयाल को 7,044 मत से हराकर रविवार को रेनॉक विधानसभा सीट जीत ली। वहीं, 7397 के अंतर से सोरेंग-चाकुंग में भी जीत दर्ज की।

सीएम की पत्नी भी जीतीं

पूर्व सीएम चामलिंग के सामने अन्य प्रमुख चेहरे भाजपा से पूर्व अभिनेत्री पूजा शर्मा थीं। वह नामचेयबुंग सीट पर चौथे नंबर पर रहीं। उन्हें मात्र 374 वोट मिले। इसके अलावा नामची-सिंघीथांग सीट का मुकाबला भी दिलचस्प रहा। यहां मुख्यमंत्री तमांग की पत्नी कृष्णा कुमारी राय ने जीत हासिल की।

आंध्र में भाजपा गठबंधन 100 पार

आंध्र प्रदेश में चार एग्जिट पोल ने भाजपा, टीडीपी और जन सेना पार्टी के गठबंधन को 100 सीटें यानी बहुमत मिलने का अनुमान जताया है। वहीं, दो एग्जिट पोल में वायएसआरसीपी को बहुमत मिलता दिख रहा है। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल रही। वहीं अरुणाचल प्रदेश में इंडिया-टुडे एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 44 से 51 सीट का अनुमान लगाया। वहीं कांग्रेस को 1 से 4 सीट मिल सकती है। एनपीपी को 2 से 6 सीट का अनुमान जताया है। 175 सीटों वाले आंध्र प्रदेश में 13 मई को वोटिंग हुई थी। आंध्र प्रदेश में विधानसभा की 175 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए 88 विधायक चाहिए। राज्य में जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी की सरकार है। 2019 में जगन मोहन रेड्डी पहली बार राज्य के सीएम बने थे।

ओडिशा में किसकी सरकार

ओडिशा में विधानसभा की 147 सीटें हैं। बहुमत के लिए 74 सीटें चाहिए। राज्य में बीजू जनता दल, भाजपा और कांग्रेस तीन मुख्य पार्टियां है। बीजद साल 2000 से लगातार सत्ता में है। बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक 24 साल से मुख्यमंत्री हैं। अगर बीजद की सरकार बनती है और नवीन पटनायक सीएम बनते हैं, तो वे सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले नेता बन सकते हैं।

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