UP Latest News, Kanpur : उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत होने की दर्दनाक खबर आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस-प्रशासन सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गया था। इसी दौरान, एक महिला चिल्लाते हुए दौड़कर झोपड़ी में जाती है। वह अंदर से दरवाजा बंद कर देती है। पुलिस भी दौड़कर वहां पहुंचती है। दरवाजा तोड़ देती है। इसी बीच, झोपड़ी में आग लग जाती है। महिला और उसकी बेटी अंदर थीं। पुलिस फोर्स और अफसरों के सामने दोनों की जिंदा जलकर मौत हो गई। दोनों को बचाने में पति कृष्ण गोपाल बुरी तरह झुलस गए।
46 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस आग बुझाने के लिए बुलडोजर मंगाती है और जलती हुई झोपड़ी को गिरा देती है। सोमवार शाम हुई इस घटना से जुड़ा 2.30 मिनट का वीडियो सामने आया है। मैथा तहसील के मड़ौली गांव मां-बेटी की मौत के बाद ग्रामीण आकोशित हो गए। ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासनिक अफसरों को दौड़ा लिया। अफसरों ने भागकर अपनी जान बचाई। परिजनों की शिकायत पर एसडीएम मैथा ज्ञानेंश्वर प्रसाद, रुरा एसएचओ दिनेश गौतम, लेखपाल अशोक सिंह समेत 40 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
‘अफसरों ने झोपड़ी में आग लगाई’
मां-बेटी की मौत के बाद मामला बिगड़ गया। ग्रामीण आक्रोशित हो गए। अफसरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगे। उधर, मृतका कृष्ण गोपाल परिवार का आरोप है कि अफसरों ने झोपड़ी में आग लगाई है। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। देर रात 12 बजे तक ग्रामीण हंगामा करते रहे। परिजनों ने रात 12 बजे तक शवों को उठाने नहीं दिया। कानपुर कमिश्नर राज शेखर, डीएम नेहा जैन, ADG आलोक कुमार समेत अन्य अफसर मौके पर देर रात तक डटे रहे। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला भी पहुंचीं। परिजनों से बात की। फिर रात 1 बजे मां-बेटी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।