DNA test done to know who is the father of the child : कम उम्र में ही विवाह के बंधन में बांध दी गई बालिका बधू अपनी मां के ही घर में रह रही थी। इसी बीच वह गर्भवती हो गई। इधर, नौ महीने बाद जब उसके पेट में अचानक दर्द हुआ तो स्वजन किराये की गाड़ी लेकर सांचौर के लिए रवाना हुए। इससे पहले कि वे अस्पताल पहुंचते, नाबालिग की बीच राह डिलीवरी हो गई।
रास्ते में ही नवजात को छोड़कर चलते बने परिजन
इसके बाद स्वजन नवजात को रास्ते में ही सड़क किनारे छोड़ चलते बने। पिछले महीने 20 अक्टूबर को राजस्थान के बाड़मेर स्थित धोरीमना के ग्रामीणों ने नवजात के रोने की आवाज सुन इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने जहां नाबालिग को हिरासत में ले लिया, वहीं उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया। बाद में नाबालिग मां और नवजात का डीएनए टेस्ट भी कराया।