National news, international news, Global News, black colour vehicle : दुनियाभर के नेताओं की गाड़ियां भी आकर्षण का विषय होती हैं। देश के टॉप सुरक्षाकर्मी अपने प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति की सुरक्षा में एड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं। उनके आगे-पीछे 24 घंटे टाइट सिक्योरिटी रहती है, क्योंकि वे देश-दुनिया के सबसे ताकतवर लीडर्स होते हैं और उन पर खतरा हो सकता है, लेकिन कया आपने कभी सोचा कि इन नेताओं की गाड़ियां हमेशा काली ही क्यों होती हैं ? आइए जानें…
कोई नियम नहीं, बस यूं हीं
दरअसल गाड़ियों के काले रंग को लेकर दुनिया में कोई स्थापित नियम नहीं है, बल्कि यह दशकों से परंपरागत ढंग से चली आ रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि काफी पहले जब शुरुआत में रंगों का इस्तेमाल शुरू हुआ तो काला रंग पारंपरिक रंग था। इसी रंग का इस्तेमाल चित्रलेख, पांडुलिपियां लिखने और गाड़ियों को रंगने में किया जाता था। उस समय गाड़ियां काले रंग की हो होती थीं, जो आज भी बहुत हदतक कायम है।
शक्ति, ताकत व अधिकार प्रदर्शित करता है काला रंग
भारतीय आर्टिस्ट्स और कैलिग्राफर्स ने इसका खूब इस्तेमाल किया है। काला रंग शक्ति, ताकत और अधिकार को भी प्रदर्शित करता है। अमेरिका में तो काले रंग का इस्तेमाल सीक्रेट सर्विस भी करती हैं। साथ ही वहां के राष्ट्रपति की गाड़ियों का रंग पुराने समय से ही काला रहा है। यह परंपरा ऐसी चली कि धीरे-धीरे लगभग सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी काले रंग की ही गाड़ियों का उपयोग करने लगे।