Jammu Kashmir, Ram janmabhoomi, Ram lala : रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान जम्मू के साथ ही कश्मीर में सोमवार को दीवाली जैसा माहौल है। जम्मू के सबसे पौराणिक रघुनाथ मंदिर में अखंड पाठ का आयोजन किया गया। चौक-चौराहों पर लगी एलईडी पर रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्रसारण देख लोग भावुक हो गये। श्रीनगर के ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर में विशेष पूजा हुई।
रामलला के दर्शन का सदियों का इंतजार सोमवार को आखिर समाप्त हो गया। अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान जम्मू के साथ ही कश्मीर में सोमवार को दीवाली जैसा माहौल रहा। प्रदेश के मंदिरों और प्रमुख चौक-चौराहों पर एलईडी स्क्रीनें लगाकर रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह दिखाया गया।
सम्पूर्ण विश्व अद्भुत, अकल्पनीय, आध्यात्मिक आनंद धारा का साक्षी बना
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि सम्पूर्ण विश्व अद्भुत, अकल्पनीय, आध्यात्मिक आनंद धारा का साक्षी बना है। अयोध्या में भगवान श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं…।
श्रीनगर के ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर में इस अवसर पर विशेष पूजा हुई। इस दौरान हर भक्त श्री राम के रंग में रमा नजर आया। लोगों ने यहां भगवान के दर्शन कर सुख शांति की प्रार्थना की। श्रीनगर में भक्तों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का खूब जश्न मनाया। पूजन के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया।
सूर्य मंदिर में भी विशेष पूजा
इसके अलावा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के मट्टन के सूर्य मंदिर में भी विशेष पूजा की गयी। पूजा-अर्चना के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। यहां हर किसी ने राम मंदिर की शुभकामनाएं दीं और घाटी में शांति और प्रगति की कामना की।
दूसरी ओर जम्मू शहर के रघुनाथ मंदिर में रविवार को रामायण के अखंड पाठ और भजन संध्या हुई। रघुनाथ मंदिर में 20 फीट की एलईडी पर प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण दिखाया गया। जम्मू शहर के संजय नगर, नानक नगर, गांधी नगर, वेयर हाउस, रघुनाथ मंदिर, शिव मंदिर रेहाड़ी, अग्रवाल सभा, जेएंडके ब्राह्मण सभा भी एलईडी लगा कर लोगों को अयोध्या का सीधा प्रसारण दिखाया गया। जैसे ही भक्तों ने रामलला की पहली छवि देखी तो खुशी के मारे कई लोगों की आंखों से आंसू बहने लगे।
जम्मू शहर के रघुनाथ मंदिर, वेयर हाउस, लक्ष्मी नारायण मंदिर, गांधी नगर, बावे वाली माता, तवी पुल आदि अन्य स्थानों पर बड़े भंडारे आयोजित किये गये। इसके अलावा शहर के ज्यादातर इलाकों में कई जगहों पर आतिशबाजी भी की गयी।