National News Update, New Delhi, Strike In Coal India : कोल इंडिया में गैर-कार्यकारी कर्मचारियों के वेतन को लेकर विवाद जारी है। इसे लेकर कंपनी के अधिकारियों के एक निकाय ने कंपनी को चेतावनी दी है कि यदि इस वेतन विवाद का निराकरण नहीं किया गया तो कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। कोयला मंत्रालय ने गैर-कार्यकारी कर्मचारियों के ट्रेड यूनियन के साथ वेतन के रिविजन एग्रीमेंट को मंजूरी दी। उसके बाद ही वेतन विवाद शुरू हो गया।
दुनिया की सबसे बड़ी कोल माइन कंपनी में हलचल तेज है। माना जा रहा है कि कंपनी का काम ठप होने वाला है।
30 सितंबर तक दिया गया है समय
ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ कोल एक्जीक्यूटिव्स (एआईएसीई) ने एक पत्र कोल इंडिया के चेयरमैन के नाम लिखा, जिसमें उन्होंने 30 सितंबर तक का समय दिया है। तब तक वेतन विवाद नहीं सुलझा तो कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे।
क्या है वेतन विवाद का आधार
बता दें कि कोल इंडिया ने 22 जून को गैर-कार्यकारी कर्मचारियों के वेतन के लिए एक एग्रीमेंट को मंजूरी दी गई है। समझौते में बेसिक वेतन, महंगाई भत्ता, स्पेशल महंगाई भत्ता और साथ ही बोनस पर 19 प्रतिशत की बेनिफिट गारंटी दी है। कंपनी ने भत्ते में वृद्धि भी कर दी। इसके कारण कार्यकारी कर्मचारियों में और रोष उत्पन्न हो गया। कंपनी के नए एग्रीमेंट के जरिये सिंगरेनी और कोल इंडिया के 2.81 लाख गैर-कार्यकारी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। इसमें उन कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा, जो 1 जुलाई 2021 से पैरोल पर थे।