Indian Air Force (भारतीय वायुसेना) ने 19 अप्रैल को सुखोई 30 एमकेआई विमान से समुद्री तट पर ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह तब हुआ जब भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के समन्वय में मिशन शुरू किया गया था। इस दौरान सुखोई 30 एमकेआई विमान से ब्रह्मोस मिसाइल की फायरिंग की गई।
लक्ष्य पर सीधा प्रहार
भारतीय वायुसेना ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वी समुद्री तट पर वायुसेना ने सुखोई 30 एमकेआई विमान से ब्रह्मोस मिसाइल की लाइव फायरिंग की। मिसाइल ने एक निष्क्रिय भारतीय नौसेना जहाज के लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया। इस मिशन को भारतीय नौसेना के समन्वय में मिशन शुरू किया गया था। इससे पहले पिछले महीने अंडमान और निकोबार में सतह से सतह यानी जमीन से जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था। रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया और भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की तकनीकी पर आधारित है।
कम दूरी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल
ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल भारतीय वायुसेना को दिन हो या रात और सभी मौसम की स्थिति में सटीकता के साथ समुद्र या जमीन पर किसी भी लक्ष्य पर बड़े स्टैंड-ऑफ रेंज से प्रहार करने की क्षमता प्रदान करती है।