Tamil Nadu News : द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के वरीय नेता ए राजा ने ऐसा बयान दे डाला कि राज्य में ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर एक सियासी तूफान सा आ गया। तमिलनाडु के किसी नेता का शायद पहले कभी ऐसा बयान नहीं आया होगा। यदि भारत के किसी राज्य की किसी पार्टी के एक जाने-माने नेता की ओर से भारत से अलग होने जैसा बयान दिया जाता है, तो यह अत्यंत गंभीर बात है। ए राजा ने 3 जुलाई को नामक्कल में एक ऐसा बयान दे दिया जिसको लेकर विपक्ष उन पर हमलावर है। यहां आयोजित शहरी निकायों के प्रतिनिधियों के कार्यक्रम में उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। द्रमुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चेतावनी देते हुए कहा कि वह तमिलनाडु को स्वायत्तता प्रदान करें। उन्होंने कहा कि उन्हें अलग तमिल राष्ट्र की मांग करने के लिए मजबूर न किया जाए। बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री और पार्टी की एम के स्टालिन भी मौजूद थे।
‘हमारे सीएम अन्नादुरई के रास्ते पर’
बैठक में डीएमके नेता ए राजा ने कहा कि द्रविड़ आंदोलन के प्रतीक थान्थाई पेरियार जब तक जिंदा रहे एक स्वतंत्र तमिलनाडु के लिए खड़े रहे। अब द्रमुक इससे दूर हो गई है। हमारे सीएम अन्नादुरई के रास्ते पर चल रहे हैं। भले ही पार्टी ने पेरियार को स्वीकार नहीं किया, लेकिन अखंडता और लोकतंत्र का समर्थन किया और अब भी पार्टी उस पर कायम है। ऐसे में अब हमें पेरियार के रास्ते पर जाने के लिए मजबूर न किया जाए। हम केंद्र सरकार से अनुरोध करते हैं कि हमें स्व-शासन का अधिकार दिया जाए।
भाजपा ने किया पलटवार
ए राजा के इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट करके उनकी निंदा की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि डीएमके अलगाववादी रुख अपना रही है। उन्होंने कहा कि किसी पार्टी या केंद्र सरकार का विरोध करना स्वीकार किया जा सकता है, लेकिन आपने तो ‘एक भारत’ के विचार का ही खंडन शुरू कर दिया है।