Politics is either very good or very bad. किसी भी मामले में सियासत या तो बहुत अच्छी है या बहुत बुरी। आजकल विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर सियासत के आगे हर सियासत फेल है। जहां देखिए, जहां सुनिए, इसी फिल्म की चर्चा और इसकी ही गूंज है। बीजेपी शासित सभी प्रदेशों में फिल्म टैक्स फ्री है और जहां शासन नहीं है, वहां बीजेपी टैक्स फ्री कराने के लिए हर तरह से कोशिश कर रही है, पर सफलता नहीं मिल रही है। इस फिल्म को देखने पर खूब जोर दिया जा रहा है। नहीं देखने वालों को ललकारा भी जा रहा है। यह गजब की सियासत है। मध्यप्रदेश में तो पुलिस विभाग के सभी लोगों को इस फिल्म को देखना अनिवार्य कर दिया गया है और इसके लिए छुट्टी भी दी जा रही है। इस फिल्म की महिमा अपरंपार हो गई है। बीजेपी और संघ गदगद हैं। भक्तजन आनंदित हैं। इसी क्रम में यह बताना जरूरी है कि 24 मार्च को इस फिल्म की गूंज दिल्ली विधानसभा में भी सुनाई पड़ी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में इस फिल्म की चर्चा करते हुए बीजेपी पर ऐसा तमाचा जड़ा कि उनके लिए सुनना भी बड़ा कठिन लगता है। केजरीवाल ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के नाम पर कुछ लोग करोड़ों रुपये कमा रहे हैं और बीजेपी वालों को पोस्टर लगाने का काम दे दिया, आंखें खोलो।
फिल्म को यूट्यूब पर अपलोड कर दीजिए, सभी लोग आसानी से देख लेंगे
सीएम केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी के नेता फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के पोस्टर लगा रहे हैं। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने एक पार्क में फिल्म की फ्री स्क्रीनिंग की बात कही, तुरंत उस पर विवेक अग्निहोत्री जी का ट्वीट आ गया कि यह फ्री में स्क्रिनिंग कर रहा है। केजरीवाल यहीं नहीं रुके और आगे कहा कि अब बीजेपी के नेता दारू पर शोर नहीं करते हैं, क्योंकि कश्मीर फाइल्स आ गई है।’ द कश्मीर फाइल्स’ टैक्स फ्री करने की मांग क्यों हो रही है, इसे यूट्यूब पर अपलोड कर देना चाहिए, ताकि सभी लोग इसे आसानी से देख सकें।