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जानलेवा हीट वेव का ऐसा असर कि अचानक बेहोश हो गया लोको पायलट, इसके बाद…

जानलेवा हीट वेव का ऐसा असर कि अचानक बेहोश हो गया लोको पायलट, इसके बाद…

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The impact of the deadly heat wave was such that the loco pilot suddenly became unconscious, after this, Mahoba news, up news, Uttar Pradesh, Indian Railway, Loko pilot : पूरे देश में एक तरह से अभी गर्मी का तांडव चल रहा है। भीषण गर्मी से लोग मर रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में हीट वेव के कारण मालगाड़ी के लोको पायलट गगन सैनी की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आई है। बताया जाता है कि इंजन के अंदर 55 डिग्री के करीब तापमान पहुंच गया था। ऊपर से उसी में लगातार 9 घंटे की ड्यूटी के कारण लोको पायलट को उल्टी और चक्कर आने लगाृ। इसके चलते वह अचेत होकर गिर पड़ा।

ढाई घंटे तक खड़ी रही ट्रेन

सूचना मिलते ही फौरन मौके पर एम्बुलेंस बुलाई गई और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोको पायलट की अचानक तबीयत बिगड़ने से महोबा स्टेशन पर मालगाड़ी करीब ढाई घंटे तक खड़ी रही। दूसरे लोको पायलट के आने के बाद मालगाड़ी को महोबा से बांदा के लिए रवाना किया जा सका। बता दें कि बुंदेलखंड के महोबा जिले में मौसम विभाग पहले से ही हीट वेव को लेकर अलर्ट जारी कर चुका है। इसका असर आम लोगों को देखने को मिल रहा है। महोबा जिले में तापमान लगभग 48 डिग्री पहुंचने से झुलसा देने वाली तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इस बीच झांसी से चलकर बांदा जा रही मालगाड़ी के लोको पायलट की हालत भी भीषण गर्मी के कारण बिगड़ गई।

सहन नहीं कर पाए गर्मी

गगन सैनी ने बताया कि गर्मी से बचाव के लिए वह लगभग 10 लीटर पानी पी चुके थे लेकिन गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही थी और यही वजह है कि लोको पायलट विनोद कुमार महोबा पहुंचने से पहले गर्मी को सहन नहीं कर पाए और उनकी हालत खराब होने लगी। महोबा से पहले कुलपहाड़ स्टेशन में अचानक तबीयत बिगड़ते देख मालगाड़ी को खड़ा कर दिया। लोको पायलट विनोद कुमार की बिगड़ती स्थिति की सूचना अपने उच्च अधिकारियों को दी, जिस पर अधिकारियों ने मालगाड़ी को कैसे भी महोबा रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने की बात कही। ऐसे में चक्कर आने के बावजूद भी मालगाड़ी महोबा स्टेशन लेकर पहुंचा। आरोप है कि उच्च अधिकारियों द्वारा 11 घंटे के मेमो के तहत काम करने का दबाव बनाया और आगे गाड़ी ले जाने के लिए कहा गया। मगर लोको पायलट की हालत खराब थी, इसलिए वह मालगाड़ी को बंद करके नीचे उतर गए और और उल्टी करते हुए अचेत हो गए।

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