National news, National update, New Delhi news, National Hindi news, earthquake : हाल की भूकम्प की घटनाओं ने एक बार फिर डराया है। महज दो दिन के अंतराल में दो बार इसका आ जाना अत्यन्त चिन्तनीय है। नेपाल में 04 नवम्बर को तेज भूकम्प के झटके के बाद पुन: 06 नवम्बर को ये दोबारा महसूस किये गये। नेपाल के साथ-साथ फिर दिल्ली- एनसीआर में भी भूकम्प के झटके महसूस किये गये। बताया गया है कि इसका केन्द्र भी नेपाल था। पिछले शुक्रवार को आये भूकम्प का असर भारत के कई हिस्सों में भी देखने को मिला था। नेपाल में इस भूकम्प की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हो गयी और कई घायल हो गये। भूकम्प की तीव्रता की बात करें, तो इसकी तीव्रता 6.4 आंकी गयी थी। वैसे, यह पहली बार नहीं है कि नेपाल में लगातार भूकम्प आ रहे हैं। इससे पहले भी नेपाल में भूकम्प ने तबाही मचायी है। साल 2015 में नेपाल में भूकम्प ने तबाही मचा दी थी। भूकम्प का असर इतना ज्यादा था कि इसने नेपाल को कई दशक पीछे धकेल दिया। इसमें 08 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई और 21 हजार से अधिक लोग घायल हो गये थे। आइए, जानते हैं, अबतक दुनिया के किस कोने में भूकम्प की तीव्रता तेज थी और उसने भयंकर तबाही मचायी…
साउथ चिली में आया था भूकम्प
साल 1960 में साउथ चिली के वाल्डिविया शहर में इतना शक्तिशाली भूकम्प आया था कि वहां की सड़कें एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गयीं। उस वक्त भूकम्प की तीव्रता 9.5 मापी गयी थी। उस दौरान टेक्टोनिक प्लेट्स 30 मीटर से ज्यादा खिसक गयी थीं। महज 10 मिनट के अंदर पूरा शहर खंडहर में तब्दील हो गया था। इस तबाही में 06 हजार लोगों की जान चली गयी और कई हजार लोग घायल हो गये थे।
टर्की और सीरिया में भूकम्प ने मचायी थी भयंकर तबाही
2023 के फरवरी महीने में तुर्की और सीरिया में भूकम्प आया था। यहां करीब 12 घंटे से भूकम्प आते रहे हैं। उस दौरान भूकम्प की तीव्रता 7.7 से 7.8 तक मापी गयी थी। इस भयानक आपदा में तुर्की में 50 हजार से अधिक और सीरिया में 8,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस त्रासदी के कारण 15 लाख लोग बेघर हो गये थे। भूकम्प इतना खतरनाक था कि उसने टुर्की के कई हिस्सों को खंडहर में तब्दील कर दिया था।